रांची. रांची विवि के स्नातकोत्तर मनोविज्ञान के पूर्व अध्यक्ष डॉ शाहिद हसन को सेवानिवृत्ति के आठ वर्ष के बाद जेपीएससी द्वारा प्रोफेसर के पद पर प्रोन्नति की स्वीकृति प्रदान की गयी है. डॉ हसन की प्रोन्नति 12 सितंबर 1989 से लंबित थी. डॉ हसन को यूजीसी के दिशा-निर्देश के तहत प्रोफेसर के पद पर पदोन्नत किया गया है. डॉ हसन ने 42 से अधिक वर्षों तक विवि की सेवा की और 31 जनवरी 2016 को सेवानिवृत्त हुए. अपने शैक्षणिक करियर के दौरान उन्होंने क्लिनिकल साइकोलॉजी पर हिंदी में पहली पुस्तक लिखी. इसके चार संस्करण प्रकाशित हुए. वह विभिन्न अनुसंधान परियोजनाओं में सक्रिय रूप से संलग्न रहे. इसमें फ्राइबर्ग विश्वविद्यालय (जर्मनी) की इंस्टीट्यूट फॉर डेवलपमेंट पॉलिसी द्वारा प्रायोजित एक परियोजना भी शामिल थी.
हिंदी व इंग्लिश व गणित की बोर्ड ऑफ स्टडीज की बैठक
रांची. मारवाड़ी कॉलेज में गुरुवार को तीन विषयों की बोर्ड ऑफ स्टडीज की बैठक आयोजित की गयी. इसमें हिंदी, इंग्लिश और गणित विषय शामिल है. सबसे पहले हिंदी विभाग विभागाध्यक्ष डॉ सीमा चौधरी की अध्यक्षता में बोर्ड ऑफ स्टडीज की बैठक हुई. इसमें राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 पर आधारित हिंदी विषय के स्नातक और स्नातकोत्तर के पाठ्यक्रम निर्धारण पर विचार विर्मश किया गया. इंग्लिश की बैठक डॉ स्नेह प्रभा महतो की अध्यक्षता में हुई. जिसमें सभी सदस्यों ने परिचर्चा के बाद नवीन पाठ्यक्रम को स्वीकृति प्रदान की. इसके बाद गणित की बोर्ड ऑफ स्टडीज की बैठक प्रो अरविंद कुमार की अध्यक्षता में हुई. इसमें निर्णय लिया गया कि बीएससी ऑनर्स और एमएससी मैथ्स के सिलेबस के संशोधन पर पुनर्विचार किया जायेगा.
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