झारखंड में रांची के पूर्व सहकारिता पदाधिकारी के पास है आय से 50 फीसदी अधिक संपत्ति, पढ़िए कौन है वह अधिकारी, एसीबी की रिपोर्ट से हुआ खुलासा
Property, Ranchi News, रांची (प्रणव) : राज्य प्रशासनिक सेवा के अधिकारी व रांची के पूर्व सहकारिता पदाधिकारी मनोज कुमार के पास आय से 50.93 फीसदी ज्यादा संपत्ति है. एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) की प्रारंभिक जांच में इसका खुलासा हुआ है. एजेंसी के मुताबिक श्री कुमार की पत्नी कंचन कुमारी के नाम पर रांची के सिरमटोली में आर्ची रेजीडेंसी होटल है. इसकी लागत करोड़ों में है. प्रारंभिक रिपोर्ट में एसीबी ने कहा है कि मनोज कुमार ने जो संपत्ति अर्जित की है. इसमें पत्नी कंचन कुमारी व पिता सुरेंद्र प्रसाद भी शामिल हैं. एजेंसी ने रिपोर्ट में कहा है कि जांच के दौरान बार-बार उक्त लोगों से पत्राचार किया गया, पर इन्होंने जांच में सहयोग नहीं किया.
Property, Ranchi News, रांची (प्रणव) : राज्य प्रशासनिक सेवा के अधिकारी व रांची के पूर्व सहकारिता पदाधिकारी मनोज कुमार के पास आय से 50.93 फीसदी ज्यादा संपत्ति है. एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) की प्रारंभिक जांच में इसका खुलासा हुआ है. एजेंसी के मुताबिक श्री कुमार की पत्नी कंचन कुमारी के नाम पर रांची के सिरमटोली में आर्ची रेजीडेंसी होटल है. इसकी लागत करोड़ों में है. प्रारंभिक रिपोर्ट में एसीबी ने कहा है कि मनोज कुमार ने जो संपत्ति अर्जित की है. इसमें पत्नी कंचन कुमारी व पिता सुरेंद्र प्रसाद भी शामिल हैं. एजेंसी ने रिपोर्ट में कहा है कि जांच के दौरान बार-बार उक्त लोगों से पत्राचार किया गया, पर इन्होंने जांच में सहयोग नहीं किया.
राज्य प्रशासनिक सेवा के अधिकारी व रांची के पूर्व सहकारिता पदाधिकारी मनोज कुमार जेपीएससी द्वितीय बैच के अधिकारी हैं. यह मामला सीबीआइ जांच में लंबित है. बता दें कि मनोज कुमार के मामले में एसीबी ने मंत्रिमंडल निगरानी से आदेश मिलने के बाद पांच मार्च 2020 को पीई दर्ज किया था. अब एसीबी ने मामले में विभाग से मनोज कुमार व अन्य के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर आगे के अनुसंधान की अनुमति मांगी है.
एसीबी के अनुसार, पावर होल्डर के रूप में मनोज कुमार की पत्नी कंचन कुमारी, राजेश श्रीवास्तव व मुकेश कश्यप ने फ्रेंड्स कंपनी बनाकर अरगोड़ा के डिबडीह में रिंकू साव की जमीन पर शरश इन्क्लेव अपार्टमेंट का निर्माण कराया है. फ्लैट की बिक्री भी की गयी है.
एजेंसी के मुताबिक, प्रारंभिक जांच के दौरान कई जगहों पर जमीन के कागजात सहित अन्य संपत्ति के दस्तावेज भी मिले हैं. नियुक्ति के बाद मनोज कुमार जमीन की खरीद बिक्री व निर्माण कार्य में अपने पिता व पत्नी के साथ सक्रिय हैं. सेवा में योगदान के बाद उनकी आर्थिक गतिविधि सबसे ज्यादा 13 फरवरी 2014 से 21 नवंबर 2019 के बीच पायी गयी है. उक्त अवधि में बड़े पैमाने पर जमीन की खरीद की गयी है. रिपोर्ट में जांच एजेंसी ने यह भी दावा किया है कि मनोज कुमार सेवा में आने से पूर्व से ही जमीन के कारोबार में शामिल थे.
हिनू स्थित घर का पूर्ण मूल्यांकन बाकी है. एसीबी की जांच रिपोर्ट में कहा गया है कि मनोज कुमार के पास आय से 50.93 फीसदी संपत्ति अधिक है. इसमें श्री कुमार के हिनू स्थित घर और अन्य घरेलू चीजों का मूल्यांकन बाकी है. एजेंसी ने 13 फरवरी 2014 से 29 फरवरी 2020 तक को औपबंधिक चेक पीरियड मानकर मनोज कुमार व उनके परिवार के आय-व्यय का ब्योरा तैयार किया है.
Posted By : Guru Swarup Mishra