पुरनाडीह कोयला खदान बंद
वन विभाग ने वाइल्ड लाइफ केयर की राशि मांगी
स्टेज टू क्लीयरेंस नहीं मिलने से हो रही परेशानी प्रतिनिधि, डकरा : एनके एरिया की पुरनाडीह परियोजना का कोयला खदान बंद हो गया है. हालांकि स्टेज-वन क्लीयरेंस मिलने के बाद भी खदान का बंद होने से एनके और सीसीएल प्रबंधन परेशान है. स्टेज-टू की प्रक्रिया के दौरान वन विभाग ने वाइल्ड लाइफ केयर को लेकर जमा की जानेवाली राशि देने की ओर सीसीएल का ध्यान दिलाया है. यह राशि 140 करोड़ के आसपास होगी. सीसीएल ने वन विभाग से डिमांड भेजने को कहा है. कार्यालय सूत्रों ने बताया कि अभी तक यह डिमांड सीसीएल को नहीं मिली है. इधर जमीन के अभाव के कारण खदान में आगे काम करना संभव नहीं था. जानकारी के अनुसार 317 हेक्टेयर जमीन कोयला खनन के लिए पुरनाडीह परियोजना को चाहिए. जिसकी प्रक्रिया चल रही है. चतरा और लातेहार जिले से वन विभाग का काम कराना है. फिलहाल खदान बंद होने से कार्यरत 637 कर्मियों के समक्ष परेशानी आ गयी है. मशीनें खड़ी कर दी गयी हैं. अधिकारियों के पास काम नहीं है. 80 हजार टन कोयला स्टाॅक को केडीएच रेलवे साइडिंग भेजने पर काम हो रहा है. परियोजना में संडे ड्यूटी की मांग हो रही है. अधिकारियों का कहना है कि बंद खदान में संडे ड्यूटी दी गयी तो सभी पर कार्रवाई सुनिश्चित है. जल्द होगा समस्या का समाधान : जीएम : पुरनाडीह खदान बंद होने से परेशान जरूर हैं, लेकिन सीसीएल की पूरी टीम समाधान में जुटी हुई है. उक्त बातें एनके एरिया के महाप्रबंधक सुजीत कुमार ने कही. उन्होंने बताया कि जमीन के अभाव के कारण जब केडीएच बंद हुआ तो जामुनदोहर बस्ती खाली कराकर उसे चालू कराया गया. सीटीओ समाप्त होने पर जब रोहिणी बंद हुआ तो उसे भी सभी प्रक्रिया पूरी कर चालू करा लिया गया है. इसी प्रकार पुरनाडीह भी चालू हो जायेगा. हमलोगों की चिंता यह है कि खदान जल्द चालू हो. संडे बंद को लेकर बैठक आज : पुरनाडीह परियोजना के कामगारों का संडे ड्यूटी बंद करने के विरोध में रविवार को परियोजना के कर्मियों ने नारेबाजी की. विस्थापित प्रभावित मोर्चा व विभिन्न श्रमिक संगठन के नेताओं ने सोमवार को सुबह 10 बजे डकरा वीआइपी क्लब में बैठक करने का निर्णय लिया है. बैठक में संडे बंद के विरोध में आंदोलन की रूपरेखा तय की जायेगी.
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