रांची की रचिता की ‘मेडीसेवा’ टॉप 75 वीमेनप्रेन्योर में, इन 5 राज्यों को मिल रहा लाभ, जानें उनके बारे में
मेन रोड, रांची की रचिता कासलीवाल का स्टार्टअप ''मेडीसेवा - अच्छी सेहत का वादा'' देश भर के टॉप 75 वीमेनप्रेन्योर में चुना गया है. भारत सरकार ने आजादी के 75वें अमृत महोत्सव के मौके पर ''इनोवेशन फॉर यू'' की पहल की थी.
मेन रोड, रांची की रचिता कासलीवाल का स्टार्टअप ”मेडीसेवा – अच्छी सेहत का वादा” देश भर के टॉप 75 वीमेनप्रेन्योर में चुना गया है. भारत सरकार ने आजादी के 75वें अमृत महोत्सव के मौके पर ”इनोवेशन फॉर यू” की पहल की थी. इसमें खासकर महिलाओं के स्टार्टअप को शामिल किया गया है. रचिता की मेडीसेवा को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जय विज्ञान और जय अनुसंधान की श्रेणी में बेहतर पहल बताया है.
मेडीसेवा की पहल से वर्तमान में पांच राज्यों को लाभ मिल रहा है. साथ ही 400 से अधिक लोग सीधे रोजगार से जुड़े है. रचिता ने कहा कि मेडीसेवा का आइडिया उन्हें कोरोना काल में ग्रामीण क्षेत्रों में चिकित्सा के अभाव को देख कर आया, जो समय के साथ फल-फूल रहा है. दिसंबर, 2020 से शुरू हुआ यह स्टार्टअप अब दिसंबर, 2022 से अंतरराष्ट्रीय रुख करते हुए अपनी सेवा नेपाल में भी उपलब्ध करायेगा.
मेडिकल सेवा को तकनीक से जोड़ा
रचिता ने बताया कि उनका स्टार्टअप ग्रामीण क्षेत्र में चिकित्सा सेवा की उपलब्धता पूरी कर रही है. इसके तहत सुदूर ग्रामीण इलाकों में मेडिकल सेंटर तैयार किये जा रहे हैं, जहां लोगों को चिकित्सा परामर्श से लेकर स्पेशलिस्ट डॉक्टर से जोड़ा जा रहा है. मेडिकल सेंटर में जेनरल फिजिशियन बहाल है, जो मेडिकल वाइटल मशीन के जरिये लोगों का प्राथमिक उपचार में मदद करते हैं. जरूरत पढ़ने पर सेंटर के डॉक्टर तकनीकी सुविधा से लेकर स्पेशलिस्ट डॉक्टर से ग्रामीणों को जोड़ रहे है. इससे ग्रामीणों को बेहतर इलाज की सुविधा मिल रही है.
पांच राज्य के 50 सेंटर दे रहे रोजगार : मेडीसेवा वर्तमान में मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, ओड़िशा और असम के ग्रामीण इलाकों में विस्तार कर चुकी है. इन राज्यों में 50 मेडिकल सेंटर ग्रामीण इलाके के लोगों को चिकित्सा सेवा उपलब्ध करा रही है. रचिता कहती है कि मेडीटेक के इस आइडिया को 12वीं पास व्यक्ति अपने रोजगार के लिए अपना सकता है. इसके लिए व्यक्ति के पास 10×10 का जगह, कंप्यूटर, इंटरनेट व अन्य संसाधन होने चाहिए. इसके बाद संस्था से संपर्क कर फेंचाइजी की औपचारिकता 5000 रुपये के साथ पूरी कर सकेंगे.
इस रकम से 2500 रुपये और 18% टैक्स को फेंचाइजी शुल्क के तौर पर लिया जायेगा. वहीं, शेष 1500 रुपये सेंटर के संचालक के वॉलेट में उपलब्ध करा दिये जायेंगे. जिससे व्यक्ति प्रारंभिक कंसल्टेंसी शुल्क को पूरा करा सके. इसके अलावा मेडिकल सेंटर की अन्य सुविधाएं मेडीसेवा के तर्ज पर उपलब्ध करायी जायेंगी. सबसे कम लागत से रोजगार सृजन के आइडिया की वजह से इसे देश के वीमेनप्रन्योर में जगह मिली है.
लॉरेटो कॉन्वेंट की छात्रा रही है रांची की रचिता
रचिता ने प्रारंभिक शिक्षा लॉरेटो कॉन्वेंट से पूरी की. इसके बाद मेयो कॉलेज गर्ल्स स्कूल अजमेर से 12वीं व श्रीराम कॉलेज ऑफ कॉमर्स से बीकॉम की. पीजीडीएम कोर्स लोयला इंस्टीट्यूट ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन चेन्नई से पूरी की. रचिता कहती है कि कोरोना काल में पति डॉ विशेष कासलीवाल के कामकाज और लोगों की समस्या को देखते हुए मेडीसेवा शुरू की.
मेडीसेवा – ग्लोबल इंटरप्रेन्योर समिट 2022, ग्लोबल हैकथॉन 2022, हार्ट पिच कंपीटिशन 2022, टाइकॉन बिजनेस पिच कंपीटिशन 2022 का विजेता रही है. वहीं स्टार्टअप इंडिया स्कीम के तहत 35 लाख रुपये व हॉर्सटेबल शो से 1.15 करोड़ रुपये की सीड फंडिंग हासिल कर चुकी हैं. रचिता जाने-माने व्यवसायी अजय जैन और रचना जैन की बेटी हैं.