रघुवर सरकार के पांच पूर्व मंत्रियों की संपत्ति की जांच के लिए एसीबी ने प्रिलिमिनरी इंक्वायरी (पीई ) दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है. इसके लिए एसीबी मुख्यालय स्तर से एक टीम का गठन किया गया है. जिनके खिलाफ एसीबी ने मामला दर्ज किया है, उनमें रंधीर सिंह, अमर कुमार बाऊरी, नीलकंठ सिंह मुंडा, नीरा यादव और लुईस मरांडी के नाम शामिल हैं. एसीबी ने यह कार्रवाई राज्य सरकार के निर्देश पर की है. एसीबी जल्द ही पूर्व मंत्रियों की संपत्ति के संबंध में साक्ष्य एकत्रित करने के लिए उन्हें नोटिस भेजकर पूछताछ के लिए बुला सकती है.
जानकारी के अनुसार, झारखंड हाइकोर्ट में वर्ष 2020 में पंकज कुमार यादव बनाम झारखंड राज्य एवं राज्य सरकार के पूर्व मंत्रियों को लेकर आय से अधिक संपत्ति मामले में जनहित याचिका दायर की गयी थी. इसमें इन पूर्व मंत्रियों की संपत्ति 200 से 1100 प्रतिशत तक बढ़ने के आरोप लगाये गये थे. इस पर राज्य सरकार ने एसीबी से जांच कराने का आदेश दिया था. 25 जुलाई को कैबिनेट की बैठक में भी इनकी संपत्ति की जांच कराने का निर्णय लिया गया था.
इससे पूर्व आरंभिक जांच के दौरान शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया था कि वर्ष 2014 के विधानसभा चुनाव के दौरान भरे गये शपथ पत्र और वर्ष 2019 के विस चुनाव के लिए भरे गये शपथ पत्र की जांच करने पर उक्त वृद्धि का पता चल सकता है. उसने कहा था कि संपत्ति में यह वृद्धि केवल वेतन से नहीं हो सकता. उन्होंने इस मामले की सीबीआइ से भी जांच कराने की मांग की थी. इसके बाद राज्य सरकार ने एसीबी से जांच कराने का आदेश दिया था.
नाम 2014 2019 वृद्धि
अमर कुमार बाऊरी 7.33 लाख 89.41 लाख —–
रंधीर कुमार सिंह 78.92 लाख 5.06 करोड़ 4.27 करोड़
नीरा यादव 80.59 लाख 3.65 करोड़ 2.85 करोड़
लुईस मरांडी 2.25 करोड़ 9.06 करोड़ 6.81 करोड़
नीलकंठ सिंह मुंडा 1.46करोड़ 4.35 करोड़ 2.89 करोड़