रांची: कांग्रेस नेता राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा का दूसरा चरण झारखंड में 14 फरवरी से शुरू हो रहा है. छत्तीसगढ़ से झारखंड के गढ़वा जिले के गोदरमाना में राहुल गांधी की न्याय यात्रा प्रवेश करेगी और रंकागढ़ फाटक, गढ़वा शहर बाजार, बी मोड़ होते हुए पलामू जिले के नावा बाजार पहुंचेगी. यहां राहुल गांधी रात्रिविश्राम करेंगे. 15 फरवरी को जपला मोड़-छतरपुर होते हुए वे हरिहरगंज पहुंचेंगे और वहां से बिहार में प्रवेश करेंगे. इधर, झारखंड प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता सोनल शांति ने बयान जारी कर कहा है कि नरेंद्र मोदी सरकार के अन्याय के खिलाफ राहुल गांधी द्वारा भारत जोड़ो न्याय यात्रा निकाली जा रही है. समाज में जनजागरण का अभियान चलाया जा रहा है.
सड़क पर उतरने को मजबूर किसान
कांग्रेस नेता राहुल गांधी भारत जोड़ो न्याय यात्रा पर हैं. पहले चरण में वे झारखंड के पाकुड़, देवघर, धनबाद, बोकारो, रांची, खूंटी, सिमडेगा, गुमला समेत कई जिलों का भ्रमण कर ओडिशा निकल गए थे. दूसरे चरण में छत्तीसगढ़ से वे झारखंड के गढ़वा में 14 फरवरी को प्रवेश करेंगे. पलामू होते वे बिहार में एंट्री करेंगे. इधर, भारत जोड़ो न्याय यात्रा को लेकर झारखंड प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता सोनल शांति ने कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार के अन्याय के खिलाफ राहुल गांधी द्वारा भारत जोड़ो न्याय यात्रा निकाली जा रही है. समाज में जनजागरण का अभियान चल रहा है. उन्होंने कहा कि एक तरफ अपने लिए न्याय की मांग कर रहे किसानों पर दमनात्मक कार्रवाई की जा रही है, वहीं दूसरी तरफ नरेंद्र मोदी इन सबको नजरअंदाज कर विदेश भ्रमण कर रहे हैं. नरेंद्र मोदी की कथनी एवं करनी में अंतर के चलते ही देश का किसान समुदाय फिर से सड़क पर उतरने को मजबूर हो गया है.
मोदी सरकार की दमनकारी नीतियों का विरोध
देश के अन्नदाताओं के खिलाफ नरेंद्र मोदी सरकार की दमनकारी नीतियों का कांग्रेस ने पूरजोर विरोध किया है. किसानों पर बरसायी जा रही आंसू गैस को तानाशाह शासक के अहंकार में डूबने का प्रतीक बताया. झारखंड प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता सोनाल शांति ने कहा कि केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पार्ट-2 भीषण अन्याय काल की गवाह है. युवा वर्ग बेरोजगारी से निजात पाने के लिए न्याय, नारी वर्ग अत्याचार से मुक्त होने के लिए न्याय, किसान फसलों के उचित मूल्य के लिए न्याय, समाज का वंचित तबका उचित भागीदारी के लिए न्याय और देश निर्माण में लगे श्रमिक अपने श्रम के उचित मूल्य के लिए न्याय की मांग कर रहे हैं, लेकिन केंद्र सरकार खामोश है.
कांग्रेस पार्टी सड़क पर उतरकर करती रहेगी संघर्ष
सोनल शांति ने कहा कि मोदी सरकार के आश्वासन के बाद किसानों ने अपना आंदोलन स्थगित कर सरकार से न्याय पाने की आस लगा रखी थी, परंतु तानाशाह शासक की तरह मोदी ने उनके खिलाफ दमन की कार्रवाई शुरू कर दी है. किसानों के आंदोलन को दबाने के लिए दिल्ली की सीमाओं की घेराबंदी की गई है. मोदी सरकार को देर-सबेर देश की जनता को न्याय देना ही होगा और कांग्रेस इसके लिए सड़कों पर संघर्ष करती रहेगी.