Ranchi : बड़े अधिकारियों के करीबी कहे जाने वाले प्रेम प्रकाश के घर और दफ्तर में चल रही ईडी की छापेमारी खत्म हो गयी है. ईडी की ओर से हरमू दफ्तर और वसुंधरा अपार्टमेंट में छापेमारी की जा रही थी. छापेमारी के क्रम में प्रेम प्रकाश के वसुंधरा अपार्टमेंट के फ्लैट नंबर – 802 में ईडी अधिकारियों को काफी कीमती साजो – सामान का पता लगा. अधिकारियों को पूछताछ के क्रम में बड़ी रकम के लेन – देन की जानकारी भी मिली.
प्रेम प्रकाश ने पूछताछ में कहा कि उनके ऊपर 12 लाख का लोन है. जब ईडी अधिकारियों ने उनसे पूछा कि उनके पास कितनी लग्जरी गाड़ियां हैं, तो उन्होंने बताया कि उनके पास बस इनोवा और स्कॉर्पियो है. प्रेम प्रकाश ने पूछताछ के क्रम में कहा कि मुझे यहां के एक इलेक्ट्रॉनिक न्यूज चैनल ने फंसाया है. ईडी के अधिकारियों ने प्रेम प्रकाश को वापस पूछताछ के लिए हरमू हाउसिंग कॉलोनी स्थित उसके दफ्तर और आवास लेकर पहुंची थी. बरामद पेपर के आधार पर देर रात तक पूछताछ जारी रहेगी.
Also Read: IAS Pooja Singhal Case: नेता-अफसरों के करीबी प्रेम प्रकाश के ठिकानों पर ED का छापा, हो रही है पूछताछ
इसके साथ ही लालपुर इलाके में आयकर विभाग की टीम की ओर से सर्वे सह छापामारी की जा रही है. देर रात शुरू हुई यह छापामारी लैंड मार्क होटल के पीछे राज गर्ल्स हॉस्टल के पास की जा रही है. यहां आयकर विभाग की दो टीमें लगी हैं. बताया जा रहा है कि प्रेम प्रकाश के करीबी बिल्डर मनोज कुमार सिंह के ठिकाने पर आयकर विभाग की टीम के द्वारा छापेमारी की जा रही है. इस छापेमारी को निशिथ केसरी और प्रेम प्रकाश से जोड़कर देखा जा रहा है. बताया जाता है कि मनोज सिंह इन दोनों के करीबी है और इनके बीच आर्थिक लेन – देन के संबंध भी हैं. छापेमारी देर रात चलता रहा.
सत्ता के गलियारे में प्रेम प्रकाश श्रीवास्तव जाना-माना नाम हैं. चाहे भाजपा की सरकार रही हो या झामुमो की, सबमें पीपी की पैठ थी. एक साधारण बैंक कर्मचारी से लेकर सत्ता के गलियारे तक पीपी पहुंच गये. इसकी दास्तां भी काफी दिलचस्प है. कहा जाता है कि पूर्व सीएम लालू प्रसाद के आवास में मोबाइल चोरी का आरोप प्रेम प्रकाश पर लगा था और तब उनके गार्ड ने उनकी धुनाई कर दी थी.
मूल रूप से सासाराम के रहनेवाले पीपी का संबंध झारखंड के एक सेवानिवृत्त पूर्व मुख्य सचिव स्तर के अधिकारी से था. प्रारंभ में वह नेपाल से सीडी लाकर आपूर्ति करते थे. फिर पीपी ने झारखंड में मिड डे मील के तहत अंडा आपूर्ति का काम लिया. वर्ष 2015-16 में राज्य सरकार द्वारा रेडी-टू-इट फूड की व्यवस्था की गयी. इसमें मिड डे मील में अंडा आपूर्ति का काम पीपी को मिला था. तब से इनकी पैठ सत्ता में बढ़ती गयी.