रांची : अंबा प्रसाद के ठिकानों पर छापामारी खत्म, योगेंद्र साव के यहां से जमीन के 100 से अधिक कागजात मिले

इडी की छापेमारी पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कांग्रेस विधायक अंबा प्रसाद ने कहा कि भाजपा का ऑफर ठुकराने की वजह से उन्हें निशाना बनाया गया है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 14, 2024 5:23 AM

कांग्रेस विधायक अंबा प्रसाद, उनके पिता पूर्व मंत्री योगेंद्र साव, उनके पारिवारिक सदस्यों और रिश्तेदारों के ठिकानों पर 12 मार्च को शुरू हुई इडी की छापेमारी 13 मार्च को समाप्त हो गयी. छापेमारी के दौरान योगेंद्र साव के ठिकानों से जमीन के 100 से अधिक दस्तावेज मिले हैं. इसके अलावा बैंकों के सील-मोहर भी मिले हैं. इससे इन लोगों द्वारा बैंकों के नाम पर जालसाजी करने की आशंका जतायी जा रही है. इडी ने बालू के अवैध कारोबार से संबंधित रजिस्टर भी जब्त किये हैं. छापेमारी के दौरान इडी ने विभिन्न ठिकानों से कुल 30 लाख रुपये जब्त किये हैं. इसमें से 15 लाख रुपये गोविंदपुर (धनबाद) के सीओ शशि भूषण के घर से मिले हैं. वहीं, 11 लाख रुपये योगेंद्र साव के साले मुकेश साव के घर से बरामद किये गये हैं. इडी ने छापेमारी के दायरे में शामिल किये गये लोगों के मोबाइल फोन सहित अन्य डिजिटल डिवाइस भी जब्त कर लिये हैं.इडी ने विधायक अंबा प्रसाद, पूर्व मंत्री योगेंद्र साव और इनसे संबंधित लोगों के 17 ठिकानों पर छापेमारी शुरू की थी. साथ ही गोविंदपुर (धनबाद) के अंचल अधिकारी शशिभूषण सिंह को भी छापेमारी के दायरे में शामिल किया था. शशिभूषण सिंह के घर से 15 लाख रुपये नकद जब्त किये गये हैं. इसके अलावा जमीन में गड़बड़ी आदि से संबंधित दस्तावेज भी मिले हैं. वह पहले हजारीबाग सदर में अंचल अधिकारी के पद पर पदस्थापित थे. योगेंद्र साव के ठिकानों पर छापेमारी के दौरान जमीन से संबंधित 100 से अधिक दस्तावेज जब्त किये गये हैं. बताया जा रहा है कि इन लोगों ने जमीन की खरीद-बिक्री के सहारे काफी संपत्ति अर्जित की है.

योगेंद्र साव का बेटा अंकित राज बालू के अवैध कारोबार में शामिल है. बताया जाता है कि उसके ठिकानों पर छापेमारी शुरू होने से पहले वह अपने कार्यालय से कुछ दस्तावेज लेकर भाग गया. इसके बावजूद उसके ठिकाने पर हुई छापेमारी के दौरान बालू की अवैध खरीद-बिक्री से संबंधित बहुत से रजिस्टर जब्त किये गये हैं. अंकित राज या योगेंद्र के किसी पारिवारिक सदस्य के पास बालू घाट की बंदोबस्ती या उसके व्यापार के वैध दस्तावेज नहीं हैं. दस्तावेज की प्रारंभिक जांच से पता चला है कि अंकित राज काफी पहले से बालू का अवैध कारोबार करता आ रहा है. बालू के अवैध व्यापार से हुई आमदनी का दूसरे क्षेत्र में निवेश किया गया है. इडी को जांच-पड़ताल के दौरान यह भी जानकारी मिली है कि बालू के अवैध कारोबार को विधायक अंबा प्रसाद का संरक्षण था. जिला प्रशासन द्वारा अवैध बालू लदे ट्रैक्टरों के थाने से भगा देने के आरोप में विधायक के खिलाफ प्राथमिकी भी दर्ज है.

अंबा का आरोप : भाजपा का ऑफर ठुकराया, तो इडी कर रही परेशान

इडी की छापेमारी पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कांग्रेस विधायक अंबा प्रसाद ने कहा कि भाजपा का ऑफर ठुकराने की वजह से उन्हें निशाना बनाया गया है. मंगलवार देर रात धुर्वा स्थित आवास पर इडी की छापेमारी समाप्त होने के बाद अंबा ने आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा की ओर से मुझे हजारीबाग या चतरा से लोकसभा चुनाव लड़ने का ऑफर दिया गया था. जब मैंने इनकार कर दिया, तो इडी की छापेमारी शुरू हो गयी. उन्होंने कहा मुझे सदन में एनटीपीसी और अदाणी के खिलाफ आवाज उठाने की सजा मिल रही है. विधायक ने इडी के अफसरों पर टॉर्चर करने का भी आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि उन्हें घंटों एक ही जगह खड़ा रखा गया. यहां तक कि इडी के अधिकारी सीधे उनके बेडरूम तक पहुंच गये. इडी की टीम उनकी बहन का एक डिजिटल संदूक भी अपने साथ ले गयी. साथ ही कुछ फाइलें और विधानसभा से जुड़े कागजात भी ले गयी, जिसमें विधानसभा में उठाये गये सवालों से जुड़े कागजात भी थे.


इडी की कार्रवाई पर पर्दा डालने के लिए अंबा कर रही अनर्गल बयानबाजी : आदित्य साहू

भाजपा के प्रदेश महामंत्री व सांसद आदित्य साहू ने कांग्रेस विधायक अंबा प्रसाद के बयान पर आपत्ति जतायी है. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि अंबा प्रसाद और उनके परिवार की पहचान जमीन लूट, रंगदारी व दबंगई है. उनके यहां जब इडी की छापेमारी हुई, तो बचाव में वह अनर्गल बयानबाजी कर रही हैं. सोते-जागते राज्य के सत्ताधारी दलों को भाजपा का भय सता रहा है. प्रदेश भाजपा कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत करते हुए श्री साहू ने कहा कि जहां तक भाजपा को इनसे लोकसभा चुनाव में प्रत्याशी बनाने के लिए संपर्क की बात है, तो इस बात को अंबा प्रमाणित करें कि कब, किसने इस संबंध में बात की. वह तो स्वयं पिछले दिनों यशवंत सिन्हा से मिल कर चुनाव की चर्चा कर रही थी. इसकी तस्वीर भी सोशल मीडिया में वायरल है. कहा कि अंबा प्रसाद को अपना और अपने परिवार का रिकॉर्ड याद करना चाहिए. बड़कागांव विधानसभा क्षेत्र पिछले 15 वर्षों से आतंक, जमीन लूट, भ्रष्टाचार का पर्याय बना हुआ है. उन्होंने एक वीडियो जारी कर कहा कि देखिए कैसे पलानी, पतरातू के कयूम अंसारी व निजाम अंसारी की जमीन लूटी गयी. श्री साहू ने कहा कि कांग्रेस पार्टी भ्रष्टाचार की जननी, पोषक व संरक्षक है. कांग्रेस पार्टी का शीर्ष नेतृत्व चाहे सोनिया गांधी हों या राहुल गांधी सभी आज जमानत पर हैं. राज्य में भी यही हाल है. पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन जेल में हैं. कांग्रेस, झामुमो व राजद इनके भ्रष्टाचार के समर्थन में खड़े हैं.

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