रांची. रेल डीजी मुरारी लाल मीणा की आवाज में उनके परिचित से दो लाख रुपये की ठगी का मामला सामने आया है. ठगी की घटना को अंजाम देने के लिए साइबर अपराधियों ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस वॉयस का इस्तेमाल किया. साइबर अपराधियों ने श्री मीणा के करीबी को एक अज्ञात नंबर से कॉल किया. पहले उनका हाल-चाल जाना. बातचीत के दौरान परिचित को लगा कि मुरारी लाल मीणा ही उनसे बात कर रहे हैं. फोन करनेवाले ने कहा कि वे अभी अस्पताल में हैं. उनके एक पारिवारिक सदस्य का ऑपरेशन होना है. दो लाख रुपये की तत्काल जरूरत है. पैसा जमा करने के बाद ही ऑपरेशन हो पायेगा. आप तत्काल आरटीजीएस कर दीजिए. इसके लिए उसने अपना खाता नंबर भी दे दिया. साथ ही कहा कि रुपये जल्द ही वापस कर देंगे. डीजी के परिचित को लगा कि आवाज तो उन्हीं की है, इसलिए उन्होंने दो लाख रुपये दिये गये खाता नंबर पर आरटीजीएस कर दिया. बाद में जब उन्होंने श्री मीणा से फोन पर बात की, तब उन्हें पता चला कि वे साइबर फ्रॉड के शिकार हो गये हैं. हालांकि, समाचार लिखे जाने तक मामले में कोई प्राथमिकी दर्ज नहीं की गयी थी.
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