रांची: राजभवन उद्यान आम लोगों के लिए आज मंगलवार से खुला. पहले दिन 3469 लोगों ने राजभवन उद्यान का भ्रमण किया. हर वर्ग के लोगों ने उद्यान की खूबसूरती का आनंद लिया. राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन निर्देश पर राजभवन उद्यान आम नागरिकों के भ्रमण के लिए 6 फरवरी से 12 फरवरी 2024 तक खोला गया है. सुबह 10 बजे से अपराह्न 3 बजे तक राजभवन उद्यान में घूम सकते हैं. राजभवन के गेट नंबर-2 से सुरक्षा जांच के बाद दोपहर 1 बजे तक प्रवेश कर सकते हैं. आम लोगों के लिए फ्री एंट्री है. राजभवन उद्यान में 400 किस्म के 17 हजार से अधिक गुलाब हैं. विदेशों से मंगाये गये फूल सहित भारत-पाकिस्तान युद्ध में उपयोग में लाये गये टैंक, बड़ा चरखा, शहीद स्थल आदि आकर्षण का केंद्र हैं.
52 एकड़ में फैला है झारखंड राजभवन
राजभवन करीब 52 एकड़ में फैला हुआ है. 1930 में इसका निर्माण हुआ था. आम लोगों के लिए सबसे पहले राजभवन उद्यान 2004 में खोला गया था. उस समय सैयद सिब्ते रजी राज्यपाल थे. इस उद्यान में 400 किस्म के 17 हजार से अधिक गुलाब हैं. परिसर में कृत्रिम ऑक्टोपस, पहाड़-झरने और दीवारों पर बने सोहराय पेंटिंग्स आकर्षण के केंद्र हैं. बच्चों के खेलने के लिए चिल्ड्रेन पार्क भी है. परिसर में मौसमी फूलों की भरमार है. पीला बांस सहित रुद्राक्ष, कल्पतरू आदि के पेड़, आर्किड गार्डेन, स्ट्रॉबेरी, संतरा, मौसम्मी, सेव, चीकू, काजू, जामुन, कपूर, तेजपत्ता, लेमन ग्रास, गुलमर्ग, चंदन, लौंग, कबाबचीनी, दालचीनी, इलाइची आदि के पेड़ हैं.
म्यूजिकल फाउंटेन समेत ये हैं आकर्षण के केंद्र
फूलो झानो उद्यान, नौ म्यूजिकल फाउंटेन, महात्मा गांधी औषधी उद्यान और गुरु गोविंद सिंह वाटिका स्थित तालाब में मछलियां आकर्षण के केंद्र हैं. उद्यान में अकबर गार्डेन, बुद्ध गार्डेन, अशोका, मूर्ति गार्डेन आदि देखने लायक हैं. विदेशों से मंगाये गये फूल सहित भारत-पाकिस्तान युद्ध में उपयोग में लाये गये टैंक, बड़ा चरखा, शहीद स्थल आदि आकर्षण का केंद्र हैं.