रांची : राज्यपाल सह कुलाधिपति रमेश बैस ने राज्य भर के विवि में शिक्षकों के 4566 स्वीकृत पदों के विरुद्ध 3064 पद रिक्त रहने पर चिंता जतायी है. उन्होंने रिक्तियों को जल्द भरने को कहा. उन्होंने कहा कि अंगीभूत कॉलेजों में भी अब प्रभारी प्राचार्यों की नियुक्ति राजभवन करेगा. साथ ही संबद्ध कॉलेजों में भी प्राचार्यों एवं शिक्षकों की नियुक्ति झारखंड विवि अधिनियम के तहत जेपीएससी से की जायेगी. राज्यपाल सोमवार को विवि की समस्याओं को लेकर अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक कर रहे थे. राज्यपाल ने विवि शिक्षकों की प्रोन्नति को लेकर वर्ष 2010 से 2018 तक की अवधि के लिए रेगुलेशन तैयार करने का निर्देश दिया.
विभाग द्वारा बताया गया कि विनोबा भावे विवि हजारीबाग के अंतर्गत 19 पीजी विभागों में शिक्षकों के कुल 70 पद (40 असिस्टेंट प्रोफेसर, 20 एसोसिएट प्रोफेसर व 10 प्रोफेसर के सृजन और डीएसपीएमयू में शिक्षकों के 40 पद (20 एसोसि एट प्रोफेसर व 20 प्रोफेसर) के सृजन के लिए कैबिनेट के पास प्रस्ताव भेजा गया है. बैठक में यह भी बताया गया कि डीएसपीएमयू में शिक्षकेतर कर्मियों के नये पद सृजित किया जा रहे हैं.
कार्यप्रणाली में तेजी लगायें अधिकारी
राज्यपाल ने कहा कि छात्रहित में उच्च शिक्षा विभाग को हमेशा सक्रिय रहना चाहिए. अधिकारियों को अपनी कार्यप्रणाली में गति लानी होगी. परिणाम व कार्यान्वयन के लिए निरंतर प्रयत्नशील रहना चाहिए. बैठक में जेपीएससी अध्यक्ष अमिताभ चौधरी, राज्यपाल के प्रधान सचिव डॉ नितिन कुलकर्णी सहित उच्च एवं तकनीकी शिक्षा विभाग के अधिकारी उपस्थित थे.
जेयूटी में नियुक्ति परिनियम नहीं बनने पर हुए नाराज
जेयूटी में अब तक शिक्षक, कर्मचारी और वीसी की नियुक्ति के लिए परिनियम नहीं बनने पर राज्यपाल ने नाराजगी जतायी. उन्होंने कहा है कि परिनियम बनाने की प्रक्रिया 2017 से चल रही है, लेकिन अब तक यह नहीं बन पायी है. यह गंभीर विषय है. राज्यपाल ने शिक्षकों की नियुक्ति में विवि में विभाग को यूनिट न मान कर विवि को यूनिट मानने के लिए कहा है. झारखंड सरकार के अधीन पदों एवं सेवाओं की रिक्तियों व शैक्षणिक संस्थानों में नामांकन के लिए निशक्तजनों को आरक्षण का लाभ देने का निर्देश दिया.
विवि में शिक्षकों रिक्त पद
विवि स्वीकृत रिक्त
रांची विवि 1032 674
डीएसपीएमयू 166 111
कोल्हा न विवि 994 719
महिला विवि 60 30
विनोबा भावे विवि 597 343
कोयलांचल विवि 651 414
एनपीयू मेदिनीनगर 383 279
एसकेएमयू, दुमका 683 494