झारखंड के वकील राजीव कुमार को पकड़वाने के लिए अमित ने बना ली थी पूरी योजना, इस व्यक्ति का किया इस्तेमाल

कोलकाता के कारोबारी अमित अग्रवाल ने हाइकोर्ट के वकील राजीव कुमार को कोलकाता बुलाने के लिए सोनू अग्रवाल का इस्तेमाल किया. इडी द्वारा की गयी जांच में इसका खुलासा हुआ है

By Prabhat Khabar News Desk | November 1, 2022 6:30 AM

रांची: कोलकाता के व्यापारी ने कारोबारी अमित अग्रवाल को कोलकाता पुलिस से पकड़वाने की पूरी योजना बना ली था, और इसके लिए उन्होंने सोनू अग्रवाल का इस्तेमाल किया. कोलकाता बुलाने के लिए उन्होंने सोनू को ही कहा था. बाद में राजीव कुमार के पकड़े जाने के बाद इस बात का खुलासा सोनू द्वारा अमित को भेजे गये मैसेज से हुआ. राजीव के पकड़े जाने की सूचना पर सोनू अग्रवाल ने ऐसा नहीं करने की मिन्नतें की. हाथ जोड़ा. बाद में नाराज हो कर यहां तक कह दिया…. तुम (अमित) रवि से कम नहीं हो.

राजीव कैश कांड की जांच के दौरान दस्तावेज और गवाहों के बयान के आधार पर इडी ने यह पाया है कि सोनू अग्रवाल को इस्तेमाल राजीव कुमार को कोलकाता बुलाने के लिए किया गया था. सोनू को इस बात की जानकारी नहीं थी कि अमित अग्रवाल ने राजीव कुमार को पकड़वाने की पूरी योजना बना ली है.अमित अग्रवाल ने ही सोनू के माध्यम से 27 सितंबर को राजीव कुमार और उनके बेटे के लिए टिकट बुक कराया.

इसी टिकट से 31 सितंबर को बाप बेटा कोलकाता गये 1.30 बजे कोलकाता एयरपोर्ट पर उतरने के बाद राजीव कुमार ने ड्राइवर को फोन किया. ड्राइवर का नंबर सोनू अग्रवाल के आदमी द्वारा राजीव कुमार को दिया गया था. फोन करने के बाद ड्राइवर कार लेकर आया. पहले दोनों होटल गये इसके बाद शाम को उसी ड्राइवर के साथ क्वेस्ट मॉल पहुंचे मॉल पहुंचने के 10-15 मिनट बाद सोनू अग्रवाल वहां पहुंचा इसके बाद काफी हाउस में कॉफी और पास्ता का ऑर्डर दिया.

पास्ता खाने और कॉफी पीने के दौरान ही सोनू अग्रवाल के फोन की घंटी बजी. इसके बाद सोनू ने राजीव कुमार को मॉल के पांचवें तल्ले के पार्किंग में भेजा. वहां अमित अग्रवाल सफेद रंग की मर्सिडीज कार में बैठा था. इडी द्वारा मॉल के सीसीटीवी फुटेड की जांच में पाया गया कि राजीव कुमार, अमित की कार में बैठे. कार में दोनों की बीच हुई बातचीत को अमित अग्रवाल ने रिकार्ड किया. बातचीत के इस रिकार्ड से जानकारी मिली कि पीआइएल को मैनेज करने के मुद्द पर चार करोड़ रुपये में सहमति बनी. कार से बाहर निकलने के बाद अमित अग्रवाल ने एक बैग दिया. राजीव कुमार बैग लेकर जैसे ही थोड़ी दूर चले कोलकाता पुलिस ने पकड़ लिया और अपने साथ थाने ले गये. अमित अग्रवाल ने राजीव कुमार के पकड़े जाने की सूचना सोनू को दी. इसके बाद से सोनू ने अमित को मैसेज भेजना शुरू किया.

जांच में पाया गया कि अमित अग्रवाल ने 30 सितंबर अपने चपरासी दीपक शाह के माध्यम से आइडीएफसी बैंक से कुल 60 लाख रुपये की नकद निकासी करवायी. चेक संख्या 000127 के सहारे 20 लाख, चेक संख्या 000135 के सहारे 30 लाख और चेक संख्या 000137 के सहारे 10 लाख रुपये की नकद निकासी की गयी. 31 सितंबर को सुबह अमित कुमार 50 लाख रुपये और बैंक से निकासी के प्रमाण के साथ थाना पहुंचा. थाने में राजीव कुमार के खिलाफ शिकायत दर्ज करायी.

पुलिस अधिकारियों ने रुपये और रुपये से भरे बैग पर केमिकल लगाया राजीव कुमार को पकड़ने के लिए पुलिस अधिकारियों के दल का गठन किया गया हालांकि पुलिस ने अमित की शिकायत की प्रारंभिक जांच नहीं की. शिकायतकर्ता का घर और दफ्तर थाना के क्षेत्राधिकार से बाहर होने के बावजूद प्राथमिकी दर्ज की और शाम को 50 लाख रुपये से भरे बैग के साथ राजीव कुमार को गिरफ्तार किया.

सोनू अग्रवाल ने अमित अग्रवाल को भेजा मैसेज…

सोनू अग्रवाल : बहुत गलत काम हो गयो भइया, कभी नहीं सोचो थो. मेरी की गलती थी. मने क्यों ऐसा किया, मेरे कोई लेना देना थो के. तेह बोला थो, सोचो हेल्प कर दूं. आप लोग बात कर लो और सलटा लो. अनएक्सपेक्टेड, तेह मारवाडी़ हो कर एक मारवाडी़ के लिए ऐसा किया. मेरा तो फुल फेमिली ही खत्म. ठीक है भईया याद रखूंगा. अब यह कभी नहीं छोड़ेगा मुझे.

कभी नहीं सोचे थे भइया, बहुत विश्वास थो भइया .मेरे लाइफ के साथ क्यों खेला. क्या खराब कियो थो मने. मने के लेना देना था सरकार से? भइया हाथ जोड़ो हूं. प्लीज एक बार बात मान जाइये. कभी हाथ नहीं जोड़े किसी के सामने. मत कीजिए ऐसा मेरे साथ. मेरे भी बच्चे हैं. आज तक मैने कुछ नहीं मांगा आपसे. जिंदगी भर एहसान मानेंगे. छोड़ दीजिए भईया मेरे लिए. बहुत हेल्प करेंगे आपको, भगवान साक्षी है.(इतना मैसेज भेजने के बाद सोनू ने अमित के अग्रवाल पर हाथ जोड़नेवाला एक इमोजी भेजा). फंसा दिया न भइया. थैंक यू फॉर एवरीथिंग.

अमित अग्रवाल : आइ एम सॉरी ब्रदर

सोनू अग्रवाल : योर सॉरी हैव डिस्ट्रायड माइ लाइफ. एक बार कॉल करो. तुमने अपने स्वार्थ के लिए मेरा जीवन बर्बाद कर दिया मैं तुमसे संबंध बनाने के लिए पछता रहा हूं. तुम रवि से कम नहीं हो.

अमित अग्रवाल : थैंक सोनू फॉर टेलिंग मी दिस.

Next Article

Exit mobile version