Jharkhand News: दाहू यादव सपरिवार फरार, पंकज मिश्रा के दो सेवादार भी भागे
Jharkhand News: ईडी की टीम ने दाहू यादव की तलाश में एक दिसंबर को साहिबगंज में छापामारी की थी. जांच के दौरान दाहू को भी अवैध खनन और गलत तरीके से गंगा में स्टीमर चलवाने में लिप्त पाया गया था. ईडी की ओर से पहली बार जारी समन में वह पूछताछ के लिए हाजिर हुआ.
Jharkhand News: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) अब राजेश यादव उर्फ दाहू यादव के पिता और बेटे को भी अभियुक्त बनाने की तैयारी कर रहा है. पिता को साहिबगंज के स्वीटी पैलेस पर कब्जा करने और बेटे को ‘सिंह वाहिनी ’नामक ट्रांसपोर्ट कंपनी में दाहू का पैसा लगा होने की वजह से अभियुक्त बनाया जायेगा.
दाहू यादव की तलाश में साहिबगंज में ईडी ने की थी छापामारी
ईडी की टीम ने दाहू यादव की तलाश में एक दिसंबर को साहिबगंज में छापामारी की थी. जांच के दौरान दाहू को भी अवैध खनन और गलत तरीके से गंगा में स्टीमर चलवाने में लिप्त पाया गया था. ईडी की ओर से पहली बार जारी समन में वह पूछताछ के लिए हाजिर हुआ. हालांकि, बाद में वह बार बार समन भेजने के बावजूद पूछताछ के लिए हाजिर नहीं हुआ.
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दाहू के खिलाफ जारी हो चुका है गिरफ्तारी वारंट
इसके बाद ईडी के अनुरोध पर पीएमएलए के विशेष न्यायाधीश की अदालत ने दाहू के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया. ईडी को इस बात की जानकारी मिली है कि वह सपरिवार फरार हो गया है. छापामारी के दौरान ही ईडी को इस बात की भी जानकारी मिली कि दाहू यादव के पिता ने ‘स्वीटी पैलेस’ पर कब्जा जमा रखा है.
दाहू की व्यापारिक गतिविधियों और लेन-देन की भी हुई है जांच
दाहू की व्यापारिक गतिविधियों और लेन-देन से जुड़े मामलों की जांच के दौरान पाया गया कि ‘सिंह वाहिनी’ नामक ट्रांसपोर्ट कंपनी में दाहू की अवैध कमाई लगी हुई है. इस ट्रांसपोर्ट कंपनी को दाहू का बेटा चलाता है.
समन मिलने के बाद पंकज की सेवा में लगे चंदन व सूरज भागे
ईडी की ओर से समन मिलने के बाद रिम्स में भर्ती पंकज मिश्रा की सेवा में लगे रहने वाले चंदन यादव और सूरज पंडित फरार हो गये हैं. चंदन यादव पंकज का ड्राइवर और सूरज उसका करीबी बताया जाता है. ईडी ने पिछले दिनों पंकज मिश्रा को रिम्स में मोबाइल फोन की सुविधा उपलब्ध कराने के आरोप में चंदन यादव और सूरज पंडित को पकड़ा था. दोनों पंकज को बड़े अधिकारियों से फोन से बात करवाते थे.
पकड़े जाने के बाद दोनों से दिन भर हुई थी पूछताछ
पकड़े जाने के बाद दोनों से दिन भर पूछताछ हुई थी. इसके बाद उन्हें छोड़ दिया गया था. हालांकि उनके मोबाइल जब्त कर लिये गये थे. मोबाइल की जांच में पाया गया कि न्यायिक हिरासत में रहते हुए पंकज मिश्रा ने गलत तरीके से 300 फोन कॉल किये थे. चंदन व सूरज को समन भेज कर इडी ने छह और सात दिसंबर को हाजिर होने को कहा था. इडी को जानकारी मिली है, कि समन मिलने के बाद से दोनों फरार हैं.