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Rajya Sabha Election: डॉ सरफराज अहमद व डॉ प्रदीप वर्मा झारखंड से राज्यसभा के लिए निर्विरोध निर्वाचित

Rajya Sabha Election: बीजेपी के डॉ प्रदीप वर्मा व इंडिया गठबंधन के प्रत्याशी डॉ सरफराज अहमद झारखंड से राज्यसभा के लिए निर्विरोध निर्वाचित किए गए हैं.

By Guru Swarup Mishra | March 14, 2024 7:41 PM
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Rajya Sabha Election 2024: रांची-बीजेपी प्रत्याशी डॉ प्रदीप वर्मा और इंडिया गठबंधन के प्रत्याशी डॉ सरफराज अहमद झारखंड से राज्यसभा के लिए निर्विरोध निर्वाचित किए गए हैं. इसकी आधिकारिक घोषणा कर दी गयी है. आज (14 मार्च) राज्यसभा चुनाव के लिए नाम वापसी की आखिरी तारीख थी. सत्ता पक्ष व विपक्ष से दो ही प्रत्याशी थे. इस कारण इनके निर्विरोध निर्वाचित किए जाने की घोषणा कर दी गयी. झारखंड बीजेपी के प्रदेश महामंत्री डॉ प्रदीप वर्मा को पार्टी ने राज्यसभा का उम्मीदवार बनाया था. वहीं झामुमो के पूर्व विधायक डॉ सरफराज अहमद इंडिया गठबंधन से साझा उम्मीदवार बनाए गए थे.

झारखंड से दो राज्यसभा सांसदों का कार्यकाल हो रहा है पूरा
झारखंड में दो राज्यसभा सांसदों का कार्यकाल तीन मई 2024 को पूरा हो रहा है. इसमें कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य धीरज प्रसाद साहू और बीजेपी के समीर उरांव हैं. बता दें कि समीर उरांव को बीजेपी ने लोहरदगा लोकसभा सीट से अपना प्रत्याशी बनाया है. वे इससे पहले सिसई विधानसभा से विधायक भी रह चुके हैं.

11 मार्च को दोनों प्रत्याशियों ने दाखिल किया था पर्चा
बीजेपी प्रत्याशी डॉ प्रदीप वर्मा और इंडिया गठबंधन से प्रत्याशी डॉ सरफराज अहमद ने 11 मार्च को राज्यसभा चुनाव को लेकर नामांकन दाखिल किया था. डॉ प्रदीप वर्मा ने उसी दिन नामांकन पत्र खरीदकर पर्चा भरा था, जबकि नाम पर मुहर लगने से पहले ही डॉ सरफराज अहमद ने नामांकन पत्र खरीद लिया था.

नामांकन से पहले नाम पर लगी थी मुहर
इंडिया गठबंधन ने नामांकन दाखिल करने से एक दिन पहले डॉ सरफराज अहमद के नाम पर मुहर लगाई थी. हालांकि, उन्होंने पहले ही नामांकन पत्र ले लिया था. डॉ सरफराज अहमद गांडेय विधानसभा से विधायक थे, लेकिन पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी से पहले उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था.

मुंबई के उद्योगपति हरिहर माहापात्रा को नहीं मिला था प्रस्तावक
मुंबई के उद्योगपति हरिहर महापात्रा ने राज्यसभा चुनाव को लेकर नामांकन पत्र खरीदा था, लेकिन वे विधायकों को प्रस्तावक के लिए तैयार नहीं कर पाए. इस वजह से उन्होंने खुद को चुनाव से दूर कर लिया था. सत्ता पक्ष व विपक्ष से एक-एक उम्मीदवार थे.

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