Rajya Sabha Elections: कांग्रेस की राजनीति दिल्ली शिफ्ट, झारखंड प्रदेश अध्यक्ष, विधायक दल के नेता तलब

Rajya Sabha Elections: राज्यसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस की राजनीतिक हलचल तेज हो गई है. यूपीए में कांग्रेस अपनी हिस्सेदारी के लिए दबाव बना रही है. प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर, विधायक दल के नेता आलमगीर आलम, कार्यकारी अध्यक्ष जलेश्वर महतो, समेत बंधु तिर्की को दिल्ली तलब किया गया है.

By Prabhat Khabar News Desk | May 26, 2022 8:36 AM

Rajya Sabha Elections: राज्यसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस में राजनीतिक गतिविधि तेज हुई है़ यूपीए फोल्डर में कांग्रेस इस बार अपनी हिस्सेदारी को लेकर दबाव बना रही है़ झारखंड में राज्यसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस की राजनीति दिल्ली शिफ्ट हुई है़ प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर, विधायक दल के नेता आलमगीर आलम, कार्यकारी अध्यक्ष जलेश्वर महतो, शहजादा अनवर, गीता कोड़ा और बंधु तिर्की को दिल्ली बुलाया गया है़

तिर्की पहले से ही दिल्ली में कैंप कर रहे है़ं श्री तिर्की को दिल्ली में ही रूकने को कहा गया है़ प्रदेश के नेता पार्टी के आला नेताओं से राज्यसभा चुनाव को लेकर मंथन करेंगे़ प्रत्याशियों के नाम पर भी चर्चा होगी़ इधर पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय और पूर्व सांसद दिल्ली में कैंप कर रहे है़ं दोनों ही नेता दिल्ली में अपनी दावेदारी को लेकर लॉबिंग कर रहे है़ं प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर भी दौड़ में बताये जा रहे है़ं पिछले दिनों कपिल सिब्बल को लेकर चर्चा थी़ लेकिन कपिल सिब्बल को सपा ने उत्तर प्रदेश से उम्मीदवार बनाया है़ इसके बाद कांग्रेस को रास्ता आसान लग रहा है़ बदली हुई परिस्थिति में कांग्रेस नेताओं ने जोर लगाया है़ अपने-अपने समर्थक विधायकों को भी गोलबंद किया जा रहा है़

झामुमो ने नहीं खोले पत्ते, हेमंत से हो सकती है बात

राज्यसभा चुनाव को लेकर झामुमो ने अपना पत्ता नहीं खोला है़ झामुमो में प्रत्याशी को लेकर कोई नाम सामने नहीं आया है़ हालांकि पार्टी के वरिष्ठ नेता सुप्रियो भट्टाचार्य ने यह जरूर कहा है कि झामुमो के पास 30 विधायक है़ं ऐसे में झामुमो का राज्यसभा की सीट पर स्वाभाविक दावा बनता है़ झामुमो के बयान के बाद कांग्रेस के आला नेता मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से बात करना चाहते है़ं मुख्यमंत्री श्री सोरेन के साथ राज्यसभा के मुद्दे पर दिल्ली में चर्चा होगी़

झामुमो विधायक दल की बैठक 28 को

झामुमो विधायक दल की बैठक 28 मई को बुलायी गयी है. बैठक झामुमो सुप्रीमो शिबू सोरेन के आवास पर होगी. इसमें राज्यसभा चुनाव के साथ-साथ वर्तमान राजनीतिक हालात व सांगठनिक मुद्दों पर चर्चा की जायेगी. पार्टी के केंद्रीय सदस्य विनोद पांडेय ने बताया कि बैठक में झामुमो के केंद्रीय अध्यक्ष शिबू सोरेन, कार्यकारी अध्यक्ष सह मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन मौजूद रहेंगे. इनके अलावा पार्टी के सभी विधायकों के साथ वरिष्ठ नेता व जिलाध्यक्ष को भी आमंत्रित किया गया है.

कांग्रेस के लिए सीट छोड़े झामुमो : राजेश ठाकुर

कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने सोमवार को पत्रकारों से कहा कि झामुमो से राज्यसभा चुनाव में कांग्रेस के लिए सीट छोड़ने को लेकर त्याग और बलिदान की अपील की है. उन्होंने कहा कि गठबंधन में त्याग और बलिदान की जरूरत होती है. आपस में तालमेल जरूरी होता है. पिछले राज्यसभा चुनाव में झामुमो सुप्रीमो शिबू सोरेन का गठबंधन के सभी दलों ने साथ दिया था. उनके नाम पर सभी एकमत थे, इस बार कांग्रेस पार्टी राज्यसभा की एक सीट चाहती है. इसको लेकर प्रदेश के सभी प्रमुख नेताओं ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मिल कर बात रखी है. राज्यसभा चुनाव पर अंतिम फैसला दिल्ली में होना है. झामुमो और कांग्रेस के नेता बहुत जल्द इसको लेकर दिल्ली में बैठक करेंगे. कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी बैठक का नेतृत्व करेंगी. राज्यसभा चुनाव के मुद्दे पर सब कुछ आला नेताओं को तय करना है़

मोलभाव वाला रहा है कांग्रेस और झामुमो का रिश्ता : भाजपा

प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दीपक प्रकाश ने राज्यसभा चुनाव के मामले में कांग्रेस व झामुमो के बीच चल रहे राजनीतिक दावंपेंच पर टिप्पणी की है़ श्री प्रकाश ने कहा है कि कांग्रेस पार्टी अपने साथी झामुमो से कुर्सी के लिए त्याग बलिदान की बात कर रही है़ लेकिन झारखंड को लूटने और लुटवाने में दोनों पार्टियां शामिल है़ं कांग्रेस पार्टी झारखंड में भ्रष्टाचार पर रोक लगाने के लिए त्याग बलिदान की बात करती, महिलाओं की सुरक्षा के लिए चिंता करती, किसानों की ऋण माफी के लिए मुख्यमंत्री पर दबाव बनाती़ युवाअों को राेजगार, आदिवासी-दलितों के कल्याण व पिछड़ों के लिए दबाव बनाते़ लेकिन कांग्रेस पार्टी जब भी सरकार पर दबाव बनाती है, तो केवल कुर्सी और पद के लिए ही बनाती है़ कांग्रेस ने बोर्ड निगम, 20 सूत्री कमेटी में स्थान पाने के लिए मुख्यमंत्री पर दबाव बनाने की कोशिश की थी़ देश में यूपीए शासन में आकाश, पाताल और जमीन को बेच देने वाली कांग्रेस पार्टी को बोलने का नैतिक अधिकार नहीं है़ कांग्रेस पार्टी अपनी डूबती नैया को बचाये.

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