राम मंदिर भूमि पूजन को बाबूलाल ने बताया स्वर्णिम युग की शुरुआत, अर्जुन मुंडा ने कही यह बात

केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा कि अयोध्या में राम मंदिर निर्माण दुनिया भर के हिंदुओं की आस्था का प्रतीक है. मुंडा ने एक बयान में कहा, ‘‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राम मंदिर का भूमिपूजन करके करोड़ों लोगों की आस्था को सम्मान दिया है. उन्होंने कहा कि राम मंदिर निर्माण दुनिया भर के हिंदुओं की आस्था का प्रतीक है. उनका कहना था कि मंदिर निर्माण का शुभारंभ हो इसके लिए रामभक्तों ने लम्बा संघर्ष किया है और यहां तक कि अपने प्राणों की आहुति भी दी है. मुंडा ने कहा, ‘‘यह दिन उन्हें भी स्मरण और नमन करने का दिन है जिन रामभक्तों ने इसके लिए लंबा संघर्ष किया.

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 6, 2020 2:27 PM
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रांची: केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा कि अयोध्या में राम मंदिर निर्माण दुनिया भर के हिंदुओं की आस्था का प्रतीक है. मुंडा ने एक बयान में कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राम मंदिर का भूमिपूजन करके करोड़ों लोगों की आस्था को सम्मान दिया है. उन्होंने कहा कि राम मंदिर निर्माण दुनिया भर के हिंदुओं की आस्था का प्रतीक है. उनका कहना था कि मंदिर निर्माण का शुभारंभ हो इसके लिए रामभक्तों ने लम्बा संघर्ष किया है और यहां तक कि अपने प्राणों की आहुति भी दी है. मुंडा ने कहा, ‘‘यह दिन उन्हें भी स्मरण और नमन करने का दिन है जिन रामभक्तों ने इसके लिए लंबा संघर्ष किया.

वहीं भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने भी शुभकामनाएं देते हुआ कहा कि अयोध्या में राम मंदिर का भूमि पूजन देश के लिए एक नए स्वर्णिम और गौरवशाली युग की शुरआत है. मरांडी ने एक बयान में कहा, ‘‘आज का ऐतिहासिक दिन भारतीय इतिहास के पन्नों में स्वर्णाक्षरों में दर्ज हो गया है. देश के आदरणीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने धर्म नगरी अयोध्या में भव्य, दिव्य और अलौकिक राम मंदिर निर्माण का शिलान्यास और भूमि पूजन कर नया इतिहास रचने का काम किया है.

उन्होंने कहा कि भूमि पूजन कर प्रधानमंत्री ने भारतवासियों की श्रद्धा व आस्था का जो सम्मान किया है, उसके लिए प्रधानमंत्री का झारखंड की तमाम जनता की तरफ से सहृदय धन्यवाद एवं आभार. अयोध्या में भूमि पूजन के साथ ही भारतवर्ष में राष्ट्रीय एकता और समरसता का एक नया अध्याय प्रारंभ हुआ है. मरांडी ने कहा कि भगवान राम संपूर्ण भारतीय संस्कृति और मूल्यों के प्रतीक हैं. लगभग 500 साल के अथक इंतजार के बाद यह स्वर्णिम लम्हा आना हर भारतीय के लिए सुखद और गौरव का पल है.

Posted By: Pawan Singh

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