झारखंड के वाणिज्यकर विभाग ने बनाया रिकॉर्ड, राजस्व संग्रहण में वसूले तय लक्ष्य से 2500 करोड़ रुपये अधिक
2021-22 के मुकाबले झारखंड वाणिज्यकर विभाग ने 2022-23 में जीएसटी में 18 प्रतिशत, वैट में 22 प्रतिशत, विद्युत शुल्क में 43 प्रतिशत और पेशा कर में चार प्रतिशत अधिक की वसूली की है.
वित्त मंत्री डॉ रामेश्वर उरांव ने कहा कि वित्तीय वर्ष 2022-23 में लक्ष्य से 2500 करोड़ की अधिक राजस्व की वसूली की गयी है. उन्होंने कहा कि 18500 करोड़ रुपये का लक्ष्य निर्धारित किया गया था. वाणिज्यकर ने इसके मुकाबले 21000 करोड़ की वसूली की. यह लक्ष्य का 114 प्रतिशत है़. प्रेस कांफ्रेंस कर मंत्री ने कहा कि जीएसटी लागू होने के बाद क्षतिपूर्ति मुआवजा सिर्फ पांच साल तक देने का प्रावधान था.
एक जुलाई 2022 से केंद्र सरकार ने जीएसटी क्षतिपूर्ति का भुगतान बंद कर दिया है़. वित्तीय वर्ष 2020-21 में 15741 करोड़ रुपये की वसूली हुई थी. 2021-22 के मुकाबले वाणिज्यकर विभाग ने 2022-23 में जीएसटी में 18 प्रतिशत, वैट में 22 प्रतिशत, विद्युत शुल्क में 43 प्रतिशत और पेशा कर में चार प्रतिशत अधिक की वसूली की है.
उन्होंने कहा कि टैक्स चोरी रोकने के उद्देश्य से गठित स्पेशल टास्क यूनिट द्वारा पकड़े गये मामलों में 563 करोड़ रुपये की वसूली की गयी है. न्यायालयों में लंबित वादों को कम करने के लिए लायी गयी कर समाधान योजना के तहत भी अब तक चार करोड़ प्राप्त किया जा चुका है. आनेवाले समय में इस योजना से 500 करोड़ रुपये तक की वसूली होगी. एक सवाल के जवाब में मंत्री ने कहा कि सफल सरकार के लिए स्थापना मद में किये जानेवाले खर्च को कम कर विकास कार्य पर अधिक खर्च करना होगा. सरकार विकास के लिए प्रतिबद्ध है.