रांची : विधानसभा चुनाव को लेकर चल रहे प्रभात संवाद कार्यक्रम में शुक्रवार को खिजरी के वर्तमान विधायक राजेश कच्छप और पूर्व विधायक रामकुमार पाहन शामिल हुए. दोनों प्रत्याशी एक बार फिर चुनावी मैदान में आमने-सामने हैं. खिजरी के विकास के एजेंडे के साथ जनता के मैदान में हैं. प्रभात खबर के संवाददाताओं के साथ उन्होंने खिजरी के विकास की रूपरेखा, पूर्व में हुई गलतियों और राजनीतिक रणनीति पर चर्चा की. राजेश कच्छप ने कहा कि विधायक बनने के बाद ढाई साल कोरोना में चले गये. छह माह आचारसंहिता में चले गये. इस कारण मात्र दो साल काम करने का मौका लगा. इसके बाद भी कई ऐसे काम किये, जो माइल स्टोन हैं. विकास योजना के साथ जनता से भावनात्मक रूप से जुड़ा रहा. खिजरी की जनता को अपना परिवार समझा. श्री पाहन ने कहा कि पिछले कार्यकाल में किये गये कुछ काम अधूरे रह गये हैं, जिन्हें पूरा करना है.
खिजरी विधानसभा आपको दोबारा क्यों चुने? कोई दो ऐसा काम बतायें, जिसने खिजरी विधानसभा क्षेत्र के तस्वीर बदली हो ?
जवाब : एक विधायक का कार्य क्षेत्र में केवल विकास कार्य से जुड़ा नहीं है, बल्कि सेवा से भी जुड़ा है. राज्य सरकार द्वारा संचालित सभी योजनाओं के तहत क्षेत्र में कार्य हुए. वर्ष 2019 के चुनाव के बाद जैसे ही विधायक बने, कोरोना जैसी बीमारी आ गयी. दो वर्ष से अधिक का समय इसमें गुजर गया. इस दौरान दिन-रात क्षेत्र के लोगों की सेवा में लगे रहे. राज्य से बाहर रह रहे मजदूरों को घर पहुंचाने से लेकर लोगों के लिए खाने तक की व्यवस्था करायी. सरकारी योजनाओं के तहत सभी पंचायतों को आठ से 20 करोड़ रुपये का फंड दिया गया. क्षेत्र के सभी गांवों में बिजली पहुंचाने और सड़क बनाने का काम किया.
भाजपा कितनी बड़ी चु़नौती है ?
सभी राजनीतिक पार्टियों की अपनी विचारधारा और एजेंडा होता है, जिसके आधार पर वह चुनाव लड़ती है. हमारी गठबंधन की सरकार ने पिछले पांच वर्षों में हर क्षेत्र में काम किया है. आज पूरे राज्य में मंईंयां योजना की चर्चा हो रही है. सरकार लोगों के लिए अबुआ आवास योजना लायी है. 200 यूनिट बिजली को मुफ्त दिया है. विद्यार्थियों के लिए गुरुजी क्रेडिट कार्ड योजना लायी है. जिसके तहत विद्यार्थियों को चार फीसदी ब्याज पर ऋण दिया जाता है. इन कार्यों के आधार पर हम चुनाव लड़ रहे हैं.
चुनाव में आपके साथ भितरघात भी हो रहा है, क्या आपकी सीट से और दावेदार थे ?
पार्टी के लिए काम करने वाले सभी नेताओं की इच्छा होती है कि वह चुनाव लड़ें. पार्टी टिकट एक को ही देती है. हमने आलाकमान को इस संबंध में जानकारी दी है आलाकमान इसे देख रही है. पार्टी के कार्यकर्ताओं का समर्थन मेरे साथ हैं.
कोलकाता में नोट पकड़े जाने के मामले में पार्टी का कितना सहयोग मिला ?
मैं कांग्रेस पार्टी की विचारधारा के साथ हूं, पार्टी की विचारधारा मेरे अंदर है. मैंने कभी भी पार्टी छोड़कर जाने के बारे में सोचा भी नहीं. जिन लोगों को जाना था, वह पार्टी से चले गये.
जहां आजादी के बाद बिजली-पानी नहीं पहुंचा, वहां पहुंचाया : रामकुमार पाहन
आप 2014 में जीते थे. 2019 में हार गये. कहां चूक हुई थी?
पिछली बार महागठबंधन (अब इंडिया गठबंधन) एक होकर चुनाव लड़ा था. कुछ राजनीतिक परिस्थिति के कारण हम लोग आजसू से तालमेल नहीं कर पाये थे. इस बार तालमेल हो गया है. 2019 में आजसू और भाजपा के वोटरों को मिलाकर जीतने वाले प्रत्याशी से करीब 25 हजार अधिक मत था. इस बार स्थिति अलग है. विधायक रहते हमने विकास का बहुत काम किये थे. उसका असर इस बार के चुनाव में दिखेगा. आजादी के बाद जिन गांवों में सड़क और बिजली-पानी नहीं था, हमने वहां पहुंचाया है. कई पुल बनवाये हैं, जो बड़ी आबादी को राहत दे रहे हैं.
इंडिया गठबंधन हेमंत सोरेन सरकार का काम गिना रहा है. आप घुसपैठिया में ही फंसे हुए हैं? क्या है चुनावी एजेंडा?
वर्तमान सरकार ने जो वादा किया था, उसे पूरा नहीं किया है. स्नातक पास को पांच हजार और पीजी वालों को सात हजार रुपये प्रति माह देने का वादा किया था. यह पूरा नहीं हुआ. जल, जंगल और जमीन की बात करनेवाली पार्टी की सरकार में बालू की खूब लूट हुई. 50 हजार रुपये तक बालू बिक रहा. पिछली सरकार में हमने जो घोषणा की थी, उसे पूरा किया. अभी जो भी वादा कर रहे हैं, वह पूरा करेंगे. गोगो दीदी योजना जाति, धर्म और संप्रदाय से ऊपर होगी. 50 लाख तक की जमीन का निबंधन एक रुपये में होगा. इससे महिलाएं सशक्त होंगी.
खिजरी की जनता आपको क्यों चुने?
अपने पांच साल के विधायकी के दौरान हमने जो कार्य किये थे, वह कुछ अधूरा रह गये हैं. वर्तमान सरकार ने उसे पूरा नहीं कराया. हम उसको पूरा करेंगे. अनगड़ा-ओरमांझी को जोड़ने के कुछ काम अधूरे रह गये हैं. उन्हें पूरा करेंगे. नामकुम, राजा उलातू और टाटा रोड को जोड़ने का काम बचा हुआ है. यह हमारा मॉडल प्रोजेक्ट है और इसे पूरा करना है. ओरमांझी में कुचू के पास से हेंदेबिली को जोड़ने वाले रास्ते से 10 हजार लोग जुड़े हैं. इसको बनवाना है. रिंग रोड पर पीएचसी का संचालन करना है. गेतलसूद डैम के विस्थापितों को वहां का पानी नहीं मिलता था. पानी शहर में चला जाता था. हमने पिछली सरकार में बात करके जनता को पानी का कनेक्शन दिलवाया है.