नयी टैक्स कलेक्शन एजेंसी से रांची और धनबाद नगर निगम को करोड़ों रुपये के मुनाफे का दावा
नयी टैक्स कलेक्शन एजेंसी से रांची और धनबाद नगर निगम को करोड़ों रुपये के मुनाफे का दावा
रांची : नगर विकास विभाग ने रांची और धनबाद नगर निगम में टैक्स कलेक्शन के लिए नयी एजेंसी का चयन निकायों के लिए मुनाफे का सौदा बताया है. विभाग का दावा है कि नयी एजेंसी द्वारा टैक्स संग्रहण करने पर टैक्स में बिना किसी वृद्धि के भी नगर निकायों को करोड़ों रुपये की बचत होगी. अगले तीन वर्षों में रांची नगर निगम के 4.5 करोड़ रुपये और धनबाद नगर निगम के तीन करोड़ से अधिक के फायदे में रहने का अनुमान किया गया है. यह राशि टैक्स वसूलने वाली एजेंसी द्वारा नगर निकायों को कमीशन के मद में दी जायेगी.
नयी एजेंसी द्वारा पूर्व में टैक्स वसूलने वाली एजेंसी से कम कमीशन पर काम करने की वजह से निकायों का मुनाफा बढ़ने का गणित बताया जा रहा है. कंपीटीशन बढ़ने से एजेंसी को कम करना पड़ा कमीशनरांची और धनबाद नगर निगम में टैक्स कलेक्शन के लिए एजेंसी के चयन में सूडा द्वारा पूर्व से चली आ रही निविदा की प्रक्रिया को लचीला कर दिया गया. इस कारण सरकार के दूसरे विभागों व अन्य इकाइयों में कार्य करने वाली एजेंसियों ने भी निविदा में हिस्सा लिया था. ऐसे में बढ़ी प्रतिस्पर्द्धा के कारण कंपनियों को निविदा में अपना कमीशन कम करना पड़ा.
पूर्व में रांची में राजस्व संग्रहण करनेवाली एजेंसी का कमीशन 10.50 प्रतिशत था, जो अब नयी प्रक्रिया में घट कर 7.34 प्रतिशत हो गया है. वहीं, धनबाद में लगभग 12 प्रतिशत की जगह एजेंसी का कमीशन घट कर 7.34 प्रतिशत हो गया है. 90 फीसदी बिलिंग और 90 फीसदी कलेक्शन का लक्ष्यअमृत रिफॉर्म्स के अंतर्गत शहरी सुधारों में राजस्व संग्रहण को प्राथमिकता देते हुए 90 फीसदी संग्रहण और 90 फीसदी बिलिंग का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. राज्य के 51 में से 49 नगर निकायों में भी सूडा के स्तर से ही राजस्व संग्रहण के लिए एजेंसी का चयन त्रिपक्षीय एकरारनामा के तहत किया गया था.
मालूम हो कि नगर निकायों में प्रॉपर्टी टैक्स कलेक्शन का काम अमृत रिफॉर्म्स का हिस्सा है. राज्य सरकार द्वारा अमृत के अंतर्गत रिफॉर्म्स व अन्य के अनुश्रवण और पर्यवेक्षण की जिम्मेवारी सूडा को सौंपी गयी है. सूडा द्वारा राजस्व संग्रहण हेतु एजेंसी चयन का कार्य पूर्व में भी किया गया था. श्री पब्लिकेशन्स का हुआ है चयनरांची और धनबाद नगर निगम में टैक्स कलेक्शन के लिए श्री पब्लिकेशन्स नाम की एजेंसी का चयन किया गया है. अगले तीन वर्षों के लिए दोनों निकायों में एजेंसी द्वारा राजस्व संग्रहण किया जायेगा.
सूडा ने एजेंसी चयन की प्रक्रिया पूरी कर मानक के अनुरूप सबसे बेहतर दर कोट करनेवाली एजेंसी के नाम की अनुशंसा कर दी है. मामले में उच्च न्यायालय का आदेश आने के बाद ही श्री पब्लिकेशन्स दोनों शहरों में काम शुरू करेगी. वर्जन ज्यादा प्रतिस्पर्द्धा की वजह से निविदा में कंपनियों ने काफी कमीशन कोट किया था. नयी एजेंसी दोनों ही नगर निगम के लिए फायदे का सौदा साबित होगी.
अनुशंसित एजेंसी राज्य के अन्य कई निकायों में भी काम कर रही है. उसके अनुभव का फायदा भी दोनों शहरों को मिलेगा. निश्चित रूप से एजेंसी रांची और धनबाद के स्थानीय निकाय को सशक्त बनाने में सहायता प्रदान करेगी. – विनय कुमार चौबे, सचिव, नगर विकास विभाग
Post by : Pritish Sahay