वरीय संवाददाता, रांची
राजधानी के बड़ा तालाब में तीन दशक से जमे गाद को निकाला जा रहा है. इसके लिए नगर निगम की ओर से एंफीबियस एक्सकेवेटर मशीन का इस्तेमाल किया जा रहा है. प्रतिदिन 80-90 टन गाद निकाल कर तालाब के किनारे रखा जा रहा है. पिछले 15 दिनों में 1200 टन गाद निकाला जा चुका है.
एंफीबियस एक्सकेवेटर मशीन तालाब के बीच से गाद निकालकर उसे किनारे में रख रही है. हालांकि, गाद का उठाव नहीं होने से मशीन को गाद निकालने में परेशानी हो रही है. इसे देखते हुए नगर निगम ने लोगों से गाद उठाने के लिए प्रस्ताव मांगा है. निगम ने लोगों से अपील की है कि शहर व आसपास का कोई भी व्यक्ति व प्रतिष्ठान गाद का उठाव करने के लिए नगर निगम में प्रस्ताव दे सकता है.
गाद डालने से उपजाऊ होगी जमीन :
निगम ने लोगों से कहा कि यह गाद खेती के लिए बहुत ही उपजाऊ है. इसका उपयोग खाली जमीन को भरने, कृषि व बागवानी के लिए कर सकते हैं. खेती-किसानी से जुड़े लोगों की मानें, तो खेत में एक बार यह गाद डालने पर तीन वर्षों तक उस खेत में किसी प्रकार के खाद डालने की जरूरत ही नहीं पड़ेगी.
रांची, धनबाद, बोकारो या राज्य का कोई भी जिला हो, कहीं भी किसी तरह की आपराधिक गतिविधि को चलने नहीं देंगे. पुलिस टीम के तेज तर्रार पुलिस अधिकारी लगातार काम कर रहे हैं. विभिन्न पुलिस एजेंसी अपना काम तेजी से कर रही है. कोयलांचल सहित झारखंड के सभी संगठित अपराधियों की सूची अपडेट हो रही है. अपराधियों के मंसूबे को ध्वस्त किया जायेगा. ये बातें डीजीपी अजय कुमार सिंह ने बोकारो में कही.