रांची : प्रतिमाओं को विखंडित करने के आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग, विरोध प्रदर्शन से सड़क जाम
जाम की सूचना मिलने पर सांसद संजय सेठ भी वहां पहुंचे. उन्होंने लोगों से कहा कि उनकी तरफ से प्रतिमा स्थापित करने के लिए दान दिया जायेगा. इसके बाद आक्रोशित लोगों का गुस्सा काफी हद तक शांत हुआ.
रांची : रांची के बरियातू स्थित मंदिर में रविवार की देर रात प्रतिमाओं को खंडित करने और चोरी के मामले में आक्रोशित लोगों ने मंगलवार को फिर से विरोध प्रदर्शन किया. आक्रोशित लोग हंगामा करते हुए मंगलवार की सुबह हाउसिंग चौक पर धरना पर बैठ गये और आरोपी की गिरफ्तारी की मांग करने लगे. इस दौरान विरोध प्रदर्शन करते हुए धार्मिक नारेबाजी भी की. आक्रोशित लोेगों का कहना था कि सोमवार को विरोध प्रदर्शन के बाद 24 घंटे के अंदर आरोपी को गिरफ्तार करने का आश्वासन दिया गया था. लेकिन अभी तक आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हुई है. घटना की जानकारी मिलने के बाद बरियातू थाना प्रभारी और सदर डीएसपी वहां पहुंचे. इसके बाद दोनों पुलिस पदाधिकारियों ने आक्रोशित लोगों को समझा-बुझाकर जाम हटाने का प्रयास किया. लेकिन आक्रोशित लोग पुलिस की किसी बात को मानने से इनकार करते रहे. आक्रोशित लोगों का कहना था कि मामले में पुलिस ने अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया है.
इधर, जाम की सूचना मिलने पर सांसद संजय सेठ भी वहां पहुंचे. उन्होंने लोगों से कहा कि उनकी तरफ से प्रतिमा स्थापित करने के लिए दान दिया जायेगा. इसके बाद आक्रोशित लोगों का गुस्सा काफी हद तक शांत हुआ. दिन के करीब 1.30 बजे जाम समाप्त हुआ और ट्रैफिक व्यवस्था सुचारू रूप से चालू हो गयी. इस दौरान सड़क के एक ओर से वाहनों का आवागमन पूरी तरह से बाधित रहा. ट्रैफिक पुलिस और स्थानीय पुलिस ने वाहनों का रूट डायवर्ट कर जाम हटाने का प्रयास किया. इस दौरान एंबुलेंस को भी थोड़ी देर के लिए जाम में फंसा रहना पड़ा. जब आक्रोशित लोगों को इसकी जानकारी मिली, तब उन्होंने एंबुलेंस को अपने स्तर से प्रयास कराया. इस मामले में बरियातू पुलिस ने मंगलवार की शाम एक व्यक्ति को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है. हालांकि पुलिस अधिकारियों ने मामले में अभी तक किसी की गिरफ्तारी की पुष्टि आधिकारिक रूप से नहीं की है.
48 घंटे के अंदर गिरफ्तारी के आश्वासन पर हटा जाम
घटना से आक्रोशित लोगों ने अनुमंडल पदाधिकारी सदर से लिखित रूप में कई मांग की है. इसमें कहा गया कि आरोपी को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाये. अगर 48 घंटे के अंदर आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हुई, तो फिर से बरियातू के लोग और मंदिर के पदाधिकारी ज्ञापन देने को विवश होंगे. विखंडित प्रतिमाओं का नये रूप में प्राण-प्रतिष्ठान किया जाये. मंदिर में सुरक्षा के लिए सीसीटीवी कैमरे लगाये जायें.