उत्तम महतो, रांची : बरियातू रोड शहर की प्रमुख सड़कों में एक है. राज्य के सबसे बड़े अस्पताल रिम्स से लेकर मेडिका समेत कई बड़े अस्पताल व नर्सिंग होम इस मार्ग पर हैं. लेकिन, अत्यधिक ब्रेकर होने के कारण वाहन चालकों को इस सड़क से गुजरने में परेशानी हो रही है. चार किमी की सड़क में 21 स्पीड ब्रेकर हैं. इससे सबसे ज्यादा परेशानी निजी वाहन या एंबुलेंस से आनेवाले गंभीर मरीजों व गर्भवती महिलाओं को होती है.
इस मार्ग पर दुर्घटना न हो, इसके लिए चार किमी लंबी सड़क में 21 स्पीड ब्रेकर का निर्माण किया गया है. इस सड़क में सबसे पहला स्पीड ब्रेकर चेशायर होम रोड के समीप है. उसके बाद बरियातू हाउसिंग कॉलोनी से करमटोली चौक तक एक नियमित अंतराल पर स्पीड ब्रेकर बनाये गये हैं. लोगों का कहना है कि यहां वाहन चलाना किसी सजा से कम नहीं है. एक ब्रेकर पार करके जैसे ही स्पीड बढ़ाने के लिए गियर चेंज करते हैं, तो दूसरा ब्रेकर सामने आ जाता है. इससे काफी परेशानी होती है.
कौन-कौन से प्रमुख अस्पताल हैं इस रोड में :
रिम्स, मेडिका, पल्स, रामप्यारी अस्पताल, रांची यूरोलॉजी सेंटर, हिल व्यू, आलम नर्सिंग होम, रानी चिल्ड्रेन अस्पताल, बालपन अस्पताल, हेल्थ मैप सहित कई नर्सिंग होम, डॉक्टरों के क्लीनिक व जांच घर इस सड़क पर हैं.
अगर सरकार सही मायने में मरीज हित को लेकर संवेदनशील है, तो अस्पताल जाने वाले रास्ते में अनावश्यक ब्रेकर हटा दे. क्योंकि, जब ऐसे रास्तों से गर्भवती महिला या गंभीर मरीज गुजरते हैं, तो उनकी जान पर बन आती है. यह गंभीर विषय है, जिस पर सरकार को ध्यान देना चाहिए.
डॉ प्रदीप सिंह, सचिव, स्टेट आइएमए