Ranchi News : यातायात नियमों का उल्लंघन : राजधानी में 10 माह में 5.71 करोड़ का कटा चालान

सबसे अधिक बिना हेलमेट के पीछे बैठनेवालों का कट रहा है चालान. विभिन्न चौक-चौराहों पर लगे सीसीटीवी कैमरे के जरिये चालान काटे जा रहे हैं.

By Prabhat Khabar News Desk | December 5, 2024 12:51 AM

अजय दयाल, रांची.

यातायात नियमों का उल्लंघन करना राजधानीवासियों को भारी पड़ रहा है. ऐसा करने पर लोगों का चालान काटा जा रहा है. सबसे ज्यादा चालान बिना हेलमेट के बैठे पिलियन राइडर (पीछे बैठे सवारी) का काटा जा रहा है. राजधानी के विभिन्न चौक-चौराहों पर लगे सीसीटीवी कैमरे के जरिये चालान काटे जा रहे हैं. इस साल जनवरी से अक्तूबर माह तक 10 माह में बिना हेलमेट, रेड लाइट जंप, ओवर स्पीड, रांग पार्किंग, बिना सीट बेल्ट सहित अन्य प्रकार के यातायात नियमों का उल्लंघन करने पर 5.71 करोड़ रुपये का चालान काटा गया है.जानकारी के अनुसार, कई लोगों का छह से सात बार चालान काटा गया है. इस संबंध में ट्रैफिक पुलिस का कहना है कि चालान केवल बिना हेलमेट के बाइक चलाने और पिलियन राइडर का नहीं आ रहा है, बल्कि रेड लाइट जंप (सिग्नल तोड़ने का), ओवर स्पीड, रांग पार्किंग आदि का भी काटा जा रहा है. ट्रैफिक पुलिस का कहना है कि जिन्हें एक से अधिक बार चालान आया है, वह अलग-अलग समय का होगा. यदि किसी का एक ही दिन एक ही प्रकार के ट्रैफिक नियम के उल्लंघन का चालान आता है, तो उसकी जांच कर उस पर कार्रवाई की जायेगी.

केस स्टडी : एक

कोकर चौक पर कई लोगों का चालान काटा गया है. लोगों का कहना है कि पहले यहां चालान नहीं कटता था. अब तो बाइक के पीछे बिना हेलमेट के बैठे सात वर्ष के बच्चे का भी चालान काटा गया. उसी प्रकार कई लोगों का चालान कोकर चौक पर कटा है.

केस स्टडी : दो

बरियातू में जोड़ा तालाब जाने वाले मोड़ पर भी लोगों का चालान कट रहा है. लोगों का कहना है कि घर बगल में है, तो बच्चों को स्कूल पहुंचाने के लिए बिना हेलमेट के ही निकल जाते हैं. उसी दौरान चालान काट दिया जाता है.

बोले ट्रैफिक एसपी

पहले मैन पावर कम था. मैकेनिज्म भी एडवांस नहीं था. दोनों को ठीक किया गया है. पहले एक दिन में काफी कम चालान कटता था, लेकिन मैन पावर अधिक होने और मैकेनिज्म एडवांस होने के कारण एक दिन में काफी संख्या में चालान कट रहे हैं. यह सामान्य प्रक्रिया है. चालान ऑनलाइन तथा ऑफलाइन दोनों तरीके से जमा किया जा सकता है.

कैलाश करमाली, ट्रैफिक एसपीB

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