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राहुल त्रिपाठी ने लिट्टी को बॉल समझ कर फेंक दिया था बचपन में, रांची के साई कोचिंग सेंटर से की थी क्रिकेट करियर की शुरूआत

उनकी नानी ने बताया कि राहुल का अपने नानाजी से काफी लगाव था. जब राहुल छोटे थे, तब उनकी डिमांड अन्य बच्चों से हटकर थी. राहुल तब 7-8 वर्ष के थे. उनकी उम्र के बच्चे तब खिलौनों, टॉफियों आदि की मांग करते थे, लेकिन राहुल अपने नाना से बैट, बॉल, कैप, हेलमेट दिलाने की बात करते थे. उनकी नानी ने राहुल के बचपन का एक मजेदार किस्सा बताया.

By Prabhat Khabar News Desk | April 27, 2021 8:26 AM

KKR Rahul Tripathi Ranchi Connection रांची : कोलकाता नाइट राइडर्स के बल्लेबाज राहुल त्रिपाठी का रांची से काफी पुराना रिश्ता रहा है. रांची में राहुल का ननिहाल है. नगड़ा टोली में राहुल के मामा मधु त्रिपाठी रहते हैं, जबकि उनकी नानी का घर कांके रोड स्थित इंटरनेशनल पब्लिक स्कूल के पास है. उनके नाना एसबी त्रिपाठी का निधन हो चुका है. राहुल की नानी कुलवंती देवी त्रिपाठी ने प्रभात खबर से बात करते हुए उनके बचपन की यादों को ताजा किया.

उनकी नानी ने बताया कि राहुल का अपने नानाजी से काफी लगाव था. जब राहुल छोटे थे, तब उनकी डिमांड अन्य बच्चों से हटकर थी. राहुल तब 7-8 वर्ष के थे. उनकी उम्र के बच्चे तब खिलौनों, टॉफियों आदि की मांग करते थे, लेकिन राहुल अपने नाना से बैट, बॉल, कैप, हेलमेट दिलाने की बात करते थे. उनकी नानी ने राहुल के बचपन का एक मजेदार किस्सा बताया.

एक बार राहुल के नाना उन्हें एक पार्टी में लेकर गये. वहां राहुल ने पहली बार लिट्टी देखी. राहुल को लगा कि ये छोटे-छोटे बॉल (गेंद) हैं और उन्होंने वहां प्लेट में रखे सारे लिट्टी बॉल समझ कर फेंक दिये. इसके बाद उनके नाना उन्हें लेकर घर आये और घर पर ही खाना बनवाकर खाया. उनकी नानी ने बताया कि राहुल से अकसर फोन पर बात होती है और वह रांची आने की बात कहते हैं. उन्होंने बताया कि यहां से जाने के बाद राहुल कई बार रांची आ चुके हैं. वह जब भी रांची आते हैं, तो अपने ननिहाल में 10-12 दिन जरूर रुकते हैं.

साईं कोचिंग सेंटर से की क्रिकेट की शुरुआत

बहुत कम लोगों को पता है कि राहुल त्रिपाठी ने आर्चरी ग्राउंड मोरहाबादी स्थित साईं क्रिकेट कोचिंग सेंटर से क्रिकेट खेलने की शुरुआत की है. सेंटर के कोच माणिक घोष ने बताया कि राहुल जब छोटे थे, तब उनका एडमिशन साईं क्रिकेट कोचिंग में कराया गया था और यहीं से उन्होंने क्रिकेट के गुर सीखे.

Posted By : Sameer Oraon

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