Ranchi crime news : मेडिका के वीपी युवती से कर रहे थे बात, तभी लूटी गयी थी कार, दो अपराधी धराये

22 अगस्त को कांके थाना क्षेत्र के रिंग रोड स्थित होचर पुल के पास मेडिका अस्पताल के वाइस प्रेसिडेंट अनिल कुमार की होंडा सिटी कार लूटने की घटना हुई थी.

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 20, 2020 5:53 AM
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22 अगस्त को कांके थाना क्षेत्र के रिंग रोड स्थित होचर पुल के पास मेडिका अस्पताल के वाइस प्रेसिडेंट अनिल कुमार की होंडा सिटी कार लूटने की घटना हुई थी. इस मामले में दो अपराधियों ओरमांझी निवासी ओम वर्मा उर्फ बिल्लू व बीआइटी मेसरा निवासी मो आसिफ अंसारी को पुलिस ने पकड़ा है.

दोनों बैंक डकैती के मामले में भी चार्जशीटेड हैं. जेल भी जा चुके हैं. इनके पास से एक पिस्टल, दो गोली, दो मोबाइल फोन व अनिल कुमार का पर्स बरामद किया गया है. जबकि लूटी गयी कार को ओरमांझी पुलिस ने दुर्घटनाग्रस्त स्थिति में 29 अगस्त को बरामद कर लिया था. इस मामले में गिरफ्तार अपराधियों ने पुलिस को जो जानकारी दी है, वह चौंकाने वाला है.

अपराधियों ने बताया कि 22 अगस्त को वे लोग हथियार के साथ एक छोटी कार की तलाश में रिंग रोड पर थे, ताकि उसका इस्तेमाल बिहार शराब भेजने में किया जा सका. इसी दौरान उनलोगों ने देखा कि पश्चिम बंगाल नंबर की एक कार होचर पुल के पास खड़ी है. पास जाने पर देखा कि ड्राइविंग सीट पर एक आदमी और बगल सीट पर एक युवती बैठी है.

इसके बाद पहले उस व्यक्ति को पिस्टल दिखा कर कार से उतारा, फिर युवती को. दोनों को चेतावनी दी कि पुलिस को खबर करने पर ठीक नहीं होगा. इसके बाद कार लेकर चले गये. यह पूरी घटना रात 7:45 से आठ बजे के बीच की है.

यह जानकारी शनिवार को ग्रामीण एसपी नौशाद आलम ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में दी़ उन्होंने बताया कि सूचना मिली थी कि होचर पुल के पास दो संदिग्ध व्यक्ति किसी बड़ी घटना को अंजाम देने के लिए घूम रहे हैं. डीएसपी मुख्यालय नीरज कुमार के नेतृत्व में टीम घटनास्थल पर पहुंची तो दो व्यक्ति सड़क के किनारे खड़े दिखे. पुलिस को देख दोनों भागने लगे, लेकिन वे पकड़े गये.

एसपी ने बताया कि तलाशी के क्रम में ओम वर्मा के पास से एक पिस्टल, दो गोली और एक मोबाइल फोन मिला. जबकि आसिफ अंसारी के पास से एक मोबाइल फोन मिला. उन्होंने कहा कि पूछताछ में कई बातें सामने आयी है.

प्राथमिकी से इतर जांच में आ रही बात सामने : पुलिस के अनुसार कार लूट मामले में कांके पुलिस को सूचना नहीं दी गयी थी, बल्कि घटना के करीब 45 मिनट बाद तत्कालीन एक डीएसपी को फोन कर सूचना दी गयी. इसके बाद रात करीब साढ़े 10 बजे कांके थाना में प्राथमिकी दर्ज करायी गयी.

कहा गया कि मेडिका के वाइस प्रेसिडेंट अनिल कुमार और मार्केटिंग हेड गौरव शर्मा सैंबो स्थित सीआरपीएफ कैंप से लौट रहे थे, उस वक्त यह घटना घटी. लेकिन जांच में रांची से होचर पुल (घटनास्थल) तक का ही अनिल कुमार के मोबाइल का लोकेशन सामने आया. सीआरपीएफ कैंप की ओर जाने की बात सामने नहीं आयी. घटना के वक्त साथ में गौरव शर्मा के होने की बात की भी जांच की गयी. इसमें पाया गया कि उस वक्त गौरव शर्मा का लोकेशन अलग था.

वहीं घटना के बाद अनिल कुमार और गौरव शर्मा के बीच लगातार फोन पर बात हो रही थी. ऐसे में सवाल यह उठ रहा है जब दोनों व्यक्ति के साथ में होने की बात कही गयी थी, तो फिर मोबाइल पर क्यों बात कर रहे थे.

कार पहले बंगाल के किसी व्यक्ति की थी : यह भी पता चला है कि लूट के बाद पुलिस को कार का कुछ और नंबर बताया गया था जबकि बाद में कार का दूसरा नंबर दिया गया था. यह भी पता चला है कि लूटी गयी होंडा सिटी कार पश्चिम बंगाल के किसी और व्यक्ति की थी. उसके द्वारा गुमला की एक लड़की के नाम पर कार को ट्रांसफर कर दिया गया था. उक्त लड़की कार मालिक के यहां नौकरानी के तौर पर काम करती थी.

posted by : sameer oraon

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