रांची में साइबर फ्रॉड के पैसे से मोबाइल खरीद कर कम दाम में बेचनेवाला शातिर गिरफ्तार
साइबर थाना प्रभारी नेहा बाला ने बताया कि हमें गुप्त सूचना मिली थी कि कुछ साइबर अपराधी बड़ी तादाद में बैंक का फर्जी एप्लीकेशन और वेबसाइट का फर्जी लिंक भेजकर लोगों को ठगने का काम कर रहे हैं.
रांची : साइबर फ्रॉड के पैसे से पहले नामी कंपनी के स्टोर से मोबाइल खरीदा, फिर उस मोबाइल को दूसरी दुकानों में ले जाकर कम दाम पर बेचने वाले शातिर को सीआइडी की साइबर थाना की पुलिस ने गिरफ्तार किया है. आरोपी का नाम विष्णु कुमार मंडल है. उसे रांची के चुटिया थाना अंतर्गत बंगाली काॅलोनी, रोड नंबर पांच से पकड़ा गया है. वह मूल रूप से जामताड़ा जिला के करमाटांड़ थाना अंतर्गत कुरवा गांव का निवासी है. उसके पास से चार नया मोबाइल (इसमें से दो आइफोन प्रो मैक्स-15 है), साइबर अपराध में उपयोग किया गया एक अन्य मोबाइल, दो सिम और कांड से संबंधित डाटा बरामद किया गया है.
साइबर थाना प्रभारी नेहा बाला ने बताया कि छह मार्च को गुप्त सूचना मिली कि कुछ साइबर अपराधी बड़ी तादाद में बैंक का फर्जी एप्लीकेशन और वेबसाइट का फर्जी लिंक भेजकर लोगों को ठगने का काम कर रहे हैं. ठगी के पैसे से आरोपी जियो मार्ट और रिलायंस डिजिटल के माध्यम से महंगे मोबाइल की खरीदारी करते हैं. फिर दूसरी मोबाइल दुकान पर जाकर कम दाम पर मोबाइल बेच देते थे. यह काम रांची में कैंप कर आरोपी कर रहे थे.
साइबर पुलिस ने अनुसंधान आगे बढ़ाते हुए एक साइबर फ्रॉड विष्णु कुमार मंडल को पकड़ा. उसके मोबाइल से बैंक का फर्जी एप्लीकेशन व वेबसाइट का फर्जी लिंक और ब्लक मैसेज भेजने का साक्ष्य मिला. व्हाटसऐप चैट से कई बैंक खाता के डिटेल आदान-प्रदान करने के साक्ष्य पाये गये. नेशनल साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल के माध्यम से जब इंटर स्टेट क्राइम लिंक की जांच की गयी, तो विभिन्न राज्यों में इंडियन बैंक, एसबीआइ, यूनियन बैंक, पीएनबी बैंक, बैंक ऑफ महाराष्ट्रा, एक्सिस बैंक और बैंक ऑफ इंडिया के कई खातों में शिकायतें मिली.