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ईडी और सीआरपीएफ की टीम पर हमले की आशा लकड़ा ने की निंदा, रांची की पूर्व मेयर ने कही ये बात

तृणमूल प्रवक्ता कुणाल घोष ने घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताया. साथ ही कहा कि इसके लिए भाजपा जिम्मेदार है. उसके इशारे पर ही ईडी के अफसर तृणमूल कांग्रेस के नेताओं को अपमानित कर रहे हैं और उन्हें उकसा रहे हैं.

प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के अधिकारियों और और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) की टीम पर पश्चिम बंगाल में हुए हमले की रांची की पूर्व मेयर आशा लकड़ा ने निंदा की है. भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की राष्ट्रीय मंत्री आशा लकड़ा ने कहा है कि आज की घटना से साबित हो गया है कि पश्चिम बंगाल में कानून-व्यवस्था चरमरा गई है. यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण घटना है. पश्चिम बंगाल भाजपा की सह-प्रभारी ने कहा कि भ्रष्टाचार के आरोप में घिरे एक शख्स को गिरफ्तार करने गई ईडी की टीम और उनके साथ गए सीआरपीएफ जवानों के साथ-साथ मीडियाकर्मियों के साथ जिस तरह से मारपीट हुई है, उन पर हमला किया गया है, यह दुर्भाग्यपूर्ण है. बंगाल में कानून-व्यवस्था नाम की कोई चीज नहीं है. केंद्रीय जांच एजेंसी और केंद्रीय सुरक्षा बलों पर उस वक्त हमला किया गया, जब वे बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के एक नेता को गिरफ्तार करने के लिए पहुंचे थे.

आशा लकड़ा बोलीं- टीएमसी के गुंडों ने ईड पर किया हमला

आशा लकड़ा ने कहा कि टीएमसी के पाले हुए गुंडों ने ईडी की टीम और मीडियाकर्मियों को निशाना बनाया. इसकी मैं कड़ी निंदा करती हूं. उन्होंने पश्चिम बंगाल सरकार से मांग की कि जल्द से जल्द दोषियों को पकड़कर कानूनी कार्रवाई करनी चाहिए. उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी सरकार भ्रष्टाचार को बढ़ावा दे रही है. स्वतंत्र जांच एजेंसियों पर हमला सही नहीं है. इससे वहां की सरकार की नीति और नीयत साफ हो गई है. उन्होंने कहा कि कोई सरकार किस हद तक गिर सकती है, यह उसका उदाहरण है. आशा लकड़ा ने कहा कि सरकार को जनता को भी जवाब देना होगा. उधर, पश्चिम बंगाल प्रदेश भाजपा ने इस मामले की जांच नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (एनआईए) से कराने की मांग की है.

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राशन घोटाला के आरोपी के घर पहुंची थी ईडी की टीम

बता दें कि पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना के संदेशखाली में राशन घोटाला मामले के आरोपी टीएमसी नेता शाहजहां शेख के घर ईडी की टीम पहुंची थी. शेख के घर पर ताला लगा था. एक घंटे तक इंतजार करने के बाद ईडी की टीम ने ताला तोड़कर घर में घुसने की कोशिश की, तो स्थानीय लोगों ने उन पर हमला कर दिया. ईंट-पत्थरों से ईडी और सीआरपीएफ के जवानों पर हमला किया गया. सड़कों को भी जाम कर दिया. उधर, तृणमूल कांग्रेस के महासचिव और प्रवक्ता कुणाल घोष ने घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है, साथ ही कहा है कि इसके लिए भाजपा जिम्मेदार है. उसके इशारे पर ही ईडी के अफसर तृणमूल कांग्रेस के नेताओं को अपमानित कर रहे हैं और उन्हें उकसा रहे हैं. संदेशखाली की घटना उसी का परिणाम है.

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राज्यपाल ने बंगाल सरकार को याद दिलायी जिम्मेदारी

उधर, बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने इस घटना को बेहद गंभीर करार देते हुए कहा है कि प्रशासन को इस मामले में त्वरित कार्रवाई करनी चाहिए. उन्होंने कहा कि अगर ऐसे मामले नहीं रुके, तो राज्यपाल के नाते उन्हें सख्त कदम उठाना होगा. उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में ऐसी क्रूरता को रोकना सरकार की जिम्मेदारी है. अगर सरकार अपनी जिम्मेदारी नहीं निभाती है, तो देश का संविधान उचित कार्रवाई करेगा. बोस ने यह भी कहा कि संविधान का उल्लंघन होने पर वह राज्यपाल के रूप में उचित समय पर उचित कार्रवाई करेंगे.

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