10 चरणों में बनेगा रांची इनर रिंग रोड, 48 किमी होगा लंबा
लगभग सारे चरण ग्रीन फील्ड (नयी सड़क) हैं. नयी फोरलेन सड़क बनायी जा रही है. पथ निर्माण विभाग ने राजधानी की ट्रैफिक व्यवस्था दुरुस्त करने के लिए इसकी योजना तैयार की है.
मनोज लाल, रांची
राजधानी रांची में इनर रिंग रोड 10 चरणों में बनेगा. सारे चरण का एलाइनमेंट तय हो गया है. इसकी कुल लंबाई 48.61 किमी होगी. पहला चरण पंडरा से शुरू हो रहा है, जो नवासोसो आदि इलाके होते हुए कांके रोड (झिरगाटोली) तक जायेगा. इसका टेंडर हो गया है, पर काम शुरू नहीं हुआ है. दूसरे चरण में कांके रोड (झिरगाटोली) से चिरौंदी (बोड़ेया के पहले) तक सड़क बनेगी. इसकी स्वीकृति नहीं हुई है. वहीं, तीसरे चरण चिरौंदी (बोड़ेया के पहले) से बड़गाईं (बरियातू) तक को सबसे पहले स्वीकृति दी गयी और काम भी शुरू करा दिया गया है. इसके अलावा अन्य चरणों का सर्वे हो गया है. लगभग सारे चरण ग्रीन फील्ड (नयी सड़क) हैं. नयी फोरलेन सड़क बनायी जा रही है. पथ निर्माण विभाग ने राजधानी की ट्रैफिक व्यवस्था दुरुस्त करने के लिए इसकी योजना तैयार की है.
इनर रिंग रोड का प्लान
सेक्शन रोड का नाम लंबाई
सेक्शन एक पंडरा से कांके रोड 5.76 किमी (ग्रीन फील्ड)
सेक्शन दो कांके रोड से चिरौंदी 2.86 किमी (ग्रीन फील्ड)
सेक्शन तीन चिरौंदी से बड़गाईं 2.52 किमी (ग्रीन फील्ड)
सेक्शन चार बड़गाईं से बूटी मोड़-खेलगांव चौक-खेलगांव सात किमी (मौजूदा सड़क)
सेक्शन पांच खेलगांव से दुर्गा सोरेन चौक 6.75 किमी (ग्रीन फील्ड)
सेक्शन छह दुर्गा सोरेन चौक से चांदनी चौक 8.68 किमी (ग्रीन फील्ड)
सेक्शन सात चांदनी चौक से धुर्वा गोलचक्कर 3.59 किमी (फोर लेन)
सेक्शन आठ धुर्वा गोलचक्कर से डीएवी पुंदाग 5.63 किमी (मौजूदा/ग्रीन फील्ड)
सेक्शन नौ डीएवी पुंदाग से डीएवी हेहल 2.65 किमी (ग्रीन फील्ड)
सेक्शन दस डीएवी हेहल से पंडरा 3.17 किमी (ग्रीन फील्ड)
मौजूदा रिंग रोड की लंबाई 83 किमी
मौजूदा रिंग रोड को सात चरणों में बनाया गया है. यह विकास से रामपुर, तुपुदाना, नयासराय, कांठीटांड़, सुकुरहुटू, कांके के नगड़ी को जोड़ते हुए वापस विकास तक जाता है. यह करीब 83 किमी लंबा है.
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आउटर रिंग रोड की लंबाई 195 किमी होगी
आउटर रिंग रोड की भी योजना तैयार की गयी है. इसकी लंबाई करीब 195 किमी की होगी. इसे ओरमांझी के पास से शुरू करना है. वहां से मांडर के पास उकरीद तक सड़क जायेगी, फिर एनएच-23 में इटकी को जोड़ेगा. पूरे रिंग रोड का सर्वे हो गया है. भारत सरकार इसके लिए राशि देगी. अभी केंद्र से स्वीकृति नहीं मिली है.