Ranchi Internet Shutdown: किसी की छूटी पढ़ाई तो किसी का इंटरव्यू, जानें किस सेवा पर पड़ा क्या प्रभाव
रांची में बिना इंटरनेट सेवा के जिंदगी ठहर सी गयी. शनिवार को विद्यार्थी, कारोबारी, व्यापारी से लेकर गृहिणी, युवा और आम नागरिक तक परेशान रहे. बिना नेट के सोशल मीडिया बंद रहा.
रांची : राजधानी रांची में शुक्रवार की शाम हिंसा के बाद तनाव का महौल था. लिहाजा शांति बनाये रखने के लिए ये जरूरी था कि किसी भी अफवाह को रोका जा सके. इसके लिए सरकार ने 33 घंटे इंटरनेट सेवा बंद कर दिया था. इसका असर ये हुआ कि विद्यार्थी से लेकर कारोबारी तक सब लोग परेशान रहे. इस दौरान किसी की पढ़ाई छूट गयी तो किसी की जरूरी मीटिंग. सबके मन में एक ही सवाल आ रहा था कि इंटरनेट सेवा दोबारा कब शुरू होगी. आखिरकार प्रशासन ने रविवार की सुबह इंटरनेट सेवा शुरू कर दी. जिसके बाद लोगों ने राहत की सांस ली. तो आईये जानते हैं डिजिटल कर्फ्यू के दौरान किस सेवा कितना प्रभाव पड़ा.
पॉश मशीन भी नहीं कर रही था काम :
इंटरनेट सेवा नहीं होने से पेटीएम, फोन-पे, भीम यूपीआइ सहित अन्य ऑनलाइन माध्यम से काम ठप रहा. पॉश मशीन भी काम नहीं कर पायी. हर जगह ग्राहकों से नकद राशि ही मांगी जा रही थी़ कई ग्राहकाें ने एटीएम के भरोसे काम पूरा किया. कई आवश्यक सेवाओं जैसे डेयरी कंपनियों को भी काफी दिक्कतें हुई. उन्हें देर रात तक मैनुअल काम करना पड़ा. डिस्ट्रीब्यूटरों को प्लांट में जाकर नकद राशि जमा करनी पड़ी. इस कारण देरी भी हुई.
एटीएम से पैसा निकालने में भी परेशानी
कई जगह दोपहर बाद एटीएम से पैसा निकालने में भी ग्राहकों को परेशानी हुई़ कोकर, लालपुर, कचहरी सहित अन्य इलाकों में लोग एक एटीएम से दूसरे एटीएम भटकते रहे.
पेट्रोल पंपों में बिक्री घट कर 20-25 प्रतिशत पहुंची
इंटरनेट सेवा बंद होने से आवश्यक सेवा भी पूरी तरह से प्रभावित हुई. इस कारण संबंधित कंपनी और इससे जुड़े कारोबारियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा. टैंकर से पेट्रोल-डीजल आने पर टैंकर का इ-लॉक नहीं खुला. इसके बाद संबंधित एजेंसी की हेल्पलाइन पर मदद मिली. एजेंसी ने कोड बताया, तो इ-लॉक खुला और पेट्रोल-डीजल की अनलोडिंग पेट्रोल पंपों पर हो सकी.
रांची में हर दिन लगभग चार लाख लीटर पेट्रोल की बिक्री :
रांची बंद होने और सड़कों पर गाड़ियों की संख्या सीमित होने के कारण पेट्रोल-डीजल की बिक्री भी प्रभावित हुई है. सामान्य दिनों में रांची में लगभग हर दिन चार लाख लीटर पेट्रोल और 5़ 33 लाख डीजल की बिक्री होती है.
यह बिक्री घट कर 20 से 25 प्रतिशत पर पहुंच गयी. यही नहीं, पंपों में केवल नकद बिक्री ही हुई. इंटरनेट नहीं होने से पेटीएम, फोन पे, भीम पे, अमेजन, गूगल सहित अन्य ऑनलाइन माध्यम काम नहीं कर रहा था. पॉश मशीन भी ठप थी. झारखंड पेट्रोलियम डीलर एसोसिएशन के प्रवक्ता प्रमोद कुमार ने कहा कि शनिवार को पेट्रोल-डीजल की बिक्री नकद ही हुई है.
ऑनलाइन क्लास रही ठप, मॉक टेस्ट नहीं दे पाये अभ्यर्थी
इंटरनेट सेवा बंद होने का असर विद्यार्थियों की पढ़ाई पर भी पड़ रहा है़ शनिवार को सभी ऑनलाइन क्लास ठप रही़ साथ ही प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी में जुटे प्रतिभागी भी दिनभर परेशान रहे़ अभ्यर्थियों ने कहा कि इंटरनेट बंद होने के कारण रिवीजन क्लास नहीं हो पायी़ ऑनलाइन मॉक टेस्ट में शामिल नहीं हो सके. सीए परीक्षा की तैयारी कर रहे साहिल केजरीवाल ने कहा कि उनकी नवंबर में परीक्षा है़ अभी रेगुलर क्लास चल रही है़ शनिवार और रविवार को मॉक टेस्ट होता है, लेकिन इंटरनेट ठप है़
बिजली सेवा पर भी असर, रामगढ़ और खूंटी से करना पड़ा कंट्रोल
इंटरनेट बंदी का असर राज्य की बिजली सेवा पर भी पड़ा. पूरे राज्य में बिजली आपूर्ति की मॉनीटरिंग रांची से होती है. सेंट्रल लोड डिस्पैच सेंटर (सीएलडी)और बिजली मुख्यालय से राज्य की बिजली आपूर्ति की मॉनीटरिंग की जाती है. बिजली का आवंटन बढ़ाने और घटाने का निर्देश यहीं से दिया जाता है.
कुसई कॉलोनी स्थित सीएलडी में हालांकि टीपी लाइन से काम हो रहा था, जिस कारण बिजली आवंटन संभव हो पाया़ लेकिन अधिकारियों को व्हाट्सएेप या इमेल से संदेश भेजने की प्रक्रिया बाधित रही़ सभी निर्देश फोन पर ही दिये जा रहे थे़ इधर बिजली वितरण निगम में सभी एरिया बोर्ड के जीएम और एसई से संपर्क करने के लिए खूंटी व रामगढ़ में दो पदाधिकारियों को तैनात किया गया. मुख्यालय से फोन पर निर्देश मिलने के बाद दोनों संबंधित पदाधिकारियों को ई-मेल भेज रहे थे. हालांकि रांची के पदाधिकारी को ई-मेल भी नहीं मिल रहा था.
इंटरनेट बंद होने से जीएसटीआर-1 दाखिल नहीं कर सके व्यापारी
इंटरनेट सेवा बंद होने की वजह से जीएसटीआर-1 दाखिल नहीं हो सका़ रांची में करीब 50 हजार से अधिक निबंधित व्यापारी अपनी व्यापारिक गतिविधियों से संबंधित रिटर्न दाखिल करते हैं. जीएसटीआर-1 को महीने की 11 तारीख तक दाखिल किया जा सकता है. लेकिन राजधानी में हुए हंगामा के बाद 10 जून की शाम से 11 जून की सुबह छह बजे तक के लिए इंटरनेट सेवा बंद कर दी गयी. बाद में इसकी अवधि एक दिन फिर बढ़ा दी गयी.
इस कारण अंतिम दिन रांची के व्यापारी जीएसटीआर-1 दाखिल नहीं कर सके. राजधानी के 26000 व्यापारियों का नियंत्रण सेंट्रल जीएसटी एंड एक्साइज डिपार्टमेंट के पास है और बाकी का राज्य के वाणिज्यकर विभाग के पास. समय पर रिटर्न दाखिल नहीं करने पर दंड का भी प्रावधान है. जीएसटी काउंसिल की अनुशंसा पर ही अर्थ दंड को माफ किया जा सकता है.
एक तरफ शहर बंद दूसरी तरफ इंटरनेट
इंटरनेट बंद होने से युवाओं पर काफी प्रभाव पड़ रहा है़ सबकुछ ठप है़ एक तरफ शहर बंद है, तो दूसरी तरफ इंटरनेट. इस कारण काफी परेशानी हो रही है़ शुक्रवार शाम से कोई काम नहीं कर पा रहा हूं. ऑनलाइन कुछ आवश्यक पेपर वर्क करना था, जो पूरा नहीं हो पाया. मैं गांव से दूर रहता हूं, लेकिन यही से जरूरी कामकाज ऑनलाइन ही निपटा लेता हूं. इंटरनेट बंद होने से गांव से जुड़ा जरूरी काम भी नहीं कर पाया.
-प्रीतम मिंज, दीपाटोली
मैं अभी हैदराबाद में लॉन टेनिस का हेड कोच हूं. छुट्टियों में अपने घर रांची आया हूं, लेकिन यहीं से ऑनलाइन ऑफिस का काम करना पड़ रहा है़ शनिवार को कुछ जरूरी ऑनलाइन मीटिंग थी, जिसमें शामिल होना आवश्यक था़ लेकिन इंटरनेट सेवा बंद होने से बैठक में शामिल नहीं हो पाया़ आज के जमाने में इंटरनेट न हो, तो सभी काम ठप हो जाते हैं.
-रेहान अहमद, डोरंडा
यूट्यूब पर वीडियो नहीं हो पाया रिलीज
हमारी रोजमर्रा की जिंदगी की शुरुआत ही इंटरनेट से होती है. लेकिन इस बंदी के कारण कोई भी अपडेट या न्यूज नहीं मिल पा रहा है. बिना इंटरनेट मोबाइल अनुपयोगी हो गया है. मैं झॉलीवुड का डायरेक्टर हूं. हमारी इंडस्ट्री हर दिन यूट्यूब पर वीडियो रिलीज करती है. लेकिन इंटरनेट ठप होने से कोई भी वीडियो रिलीज नहीं हो पा रहा है.
-अनमोल खलखो, रातू रोड
Posted By: Sameer Oraon