कोकर चौक से अलबर्ट एक्का चौक तक सड़क किनारे सब्जी दुकानदारों व ठेला वालों का कब्जा रहने के कारण आये दिन लोगों को जाम का सामना करना पड़ता है. कोकर चौक से शिव मंदिर तक सड़क के दोनों ओर ठेला लगने और कोकर चौक के पास ऑटो लगने के कारण वाहन चालकों को काफी परेशानी होती है. वहीं, डिस्टिलरी पुल से लालपुर चौक से कुछ पहले तक सड़क के दोनों ओर सब्जी व ठेलावालों का कब्जा है. इस कारण यहां हमेशा जाम की समस्या उत्पन्न होती है.
वहीं, लालपुर चौक पर सड़क किनारे ऑटो व ई-रिक्शा वालों का कब्जा है. इस कारण चारपहिया के साथ-साथ दोपहिया वाहन चालकों को काफी परेशानी होती है. चौक पर ट्रैफिक पुलिस भी तैनाती रहती है, लेकिन वह मूकदर्शक बनी रहती है. वहीं, थड़पखना पेट्रोल पंप के पास सड़क पर ठेला लगने से जाम लगता है.
सेंटेविटा अस्पताल के पास सड़क काफी संकरी है. अस्पताल से अलबर्ट एक्का चौक तक सड़क के दोनों ओर ऑटो, ई-रिक्शा व ठेले वालों का का कब्जा रहता है. एक प्रकार से यहां अस्थायी ऑटो स्टैंड बना लिया गया है. इस कारण यहां हमेशा जाम की स्थिति बनी रहती है. इसकी शिकायत करने पर अलबर्ट एक्का चौक पर तैनात ट्रैफिक पुलिसकर्मी वहां से ऑटो को खदेड़ देते हैं. लेकिन, कुछ देर बाद फिर से ऑटो लगना शुरू हो जाता है. ई-रिक्शा वाले तो अब चडरी जाने वाले रास्ते पर वाहन लगाने लगे हैं. इसका विरोध करने पर चालक लोगों से उलझने लगते हैं.
रातू रोड एलिवेटेड कॉरिडोर के निर्माण को लेकर बिड़ला बोर्डिंग, रातू रोड की स्थिति नारकीय हो गयी है. बिड़ला बोर्डिंग क्रॉस करने में चारपहिया वाहनों को 20 से 25 मिनट लग रहे हैं. यहां गाड़ियों की लंबी लाइन लग रही है. जाम में स्कूल बसें व एंबुलेंस भी फंस रही हैं. यहां पर जाम से निबटने के लिए पुलिस भी तैनात नहीं है. यही कारण है कि पिस्का मोड़ से आने वाली सारी गाड़ियां सड़क के उलटे साइड भी घुस रही हैं, जिससे पूरी सड़क जाम हो रही है. यहां पर पाइलिंग कार्य के कारण बैरिकेडिंग लगाने से यह स्थिति उत्पन्न हुई है. यह समस्या लोग तीन माह से झेल रहे हैं. यहां पर पूरी तरह ट्रैफिक व्यवस्था फेल हो गयी है.