रांची : सिविल कोर्ट के अधिवक्ता गोपाल कृष्ण उर्फ गोपी बाबू की दो अगस्त की सुबह दस बजे के करीब चाकू मारकर मधुकम में हत्या कर दी गयी थी. शनिवार को डीजीपी अनुराग गुप्ता ने सुखदेवनगर थाना क्षेत्र के महुआ टोली स्थित गोपी बाबू के घर पर उनकी मां और पत्नी से मुलाकात की. उनसे मामले को लेकर जानकारी लेने की कोशिश की. लेकिन मां और पत्नी से उन्हें घटना के संबंध में कोई जानकारी नहीं मिल सकी. डीजीपी ने मीडिया से कहा कि जिन अपराधियों ने घटना को अंजाम दिया है, उनकी पहचान कर ली गयी है. वे कहां के रहनेवाले हैं, यह भी पता चल गया है. रांची पुलिस की टीम अपराधियों की धर-पकड़ में लगी है. तकनीकी शाखा भी सुराग ढूंढ रही है. उन्होंने कहा कि घटना में शामिल अपराधी की पहचान कर ली गई है. उसका आपराधिक इतिहास भी सामने आया है. जल्द ही अपराधी पकड़े जायेंगे.
पत्नी के बयान पर अज्ञात अपराधियों के खिलाफ केस दर्ज :
अधिवक्ता गोपाल कृष्ण की हत्या मामले में उनकी पत्नी अनिमा कुमारी के बयान पर सुखदेवनगर थाना में प्राथमिकी दर्ज की गयी है. इसमें घटना में शामिल अपराधियों के हुलिया का उल्लेख किया गया है. उसी आधार पर पुलिस ने अपराधियों की पहचान की है. सूत्र बताते हैं कि घटना में शामिल दोनों अपराधी फिलहाल अपने घर पर पुलिस को नहीं मिले. वे फरार हैं.
न्यायिक कार्यों से अलग रहे सिविल कोर्ट के अधिवक्ता
सिविल कोर्ट रांची के अधिवक्ता गोपी कृष्ण की हत्या का विरोध जारी है. शनिवार को रांची जिला बार एसोसिएशन के सदस्य अधिवक्ताओं ने न्यायिक कार्यों में हिस्सा नहीं लिया. न्यायिक कार्य से अधिवक्ताओं ने खुद को अलग रखा. इसके पूर्व एसोसिएशन की ओर से शोकसभा का आयोजन किया गया. शोकसभा में दो मिनट का माैन रख कर अधिवक्ता गोपी कृष्ण को भावपूर्व श्रद्धांजलि दी गयी. इस अवसर पर काफी संख्या में अधिवक्ता उपस्थित थे. एसोसिएशन ने अधिवक्ता गोपी कृष्ण के हत्यारों को अविलंब गिरफ्तार करने की मांग की है. कहा गया कि पुलिस प्रशासन द्वारा लिया गया 72 घंटे का समय रविवार को पूरा हो जायेगा. इस दौरान यदि अपराधियों की गिरफ्तारी नहीं होती है, तो एसोसिएशन पांच अगस्त को आमसभा कर उग्र आंदोलन का निर्णय लेगा. उधर, झारखंड स्टेट बार काउंसिल के उपाध्यक्ष राजेश कुमार शुक्ल ने अधिवक्ता गोपी कृष्ण की हत्या की कड़ी निंदा की है. श्री शुक्ला ने हत्यारों को अविलंब गिरफ्तार करने तथा राज्य में एडवोकेट्स प्रोटेक्शन एक्ट लागू करने की मांग की है.