Ranchi News: सड़कों पर रोप लाइट लगवायेगा नगर निगम, राजधानी की सड़कों पर हर रात होगा दिवाली सा नजारा
जधानी की सड़कों पर अब हर रात दीपावली जैसा नजारा दिखेगा. रांची नगर निगम जल्द ही शहर की प्रमुख सड़कों के किनारे बिजली के खंभों पर रंग-बिरंगी रोप लाइटें लगवायेगा. ये रोप लाइटें पूरे साल लगी रहेंगी.
Ranchi News: राजधानी की सड़कों पर अब हर रात दीपावली जैसा नजारा दिखेगा. रांची नगर निगम जल्द ही शहर की प्रमुख सड़कों के किनारे बिजली के खंभों पर रंग-बिरंगी रोप लाइटें लगवायेगा. इसके लिए नगर आयुक्त मुकेश कुमार ने टेंडर निकाला है. ये रोप लाइटें पूरे साल लगी रहेंगी और इन्हें लगानेवाला संवेदक ही इनकी देखरेख और मरम्मत भी करेगा. जानकारी के अनुसार टेंडर की प्री-बिड मीटिंग तीन नवंबर को होगी, जबकि 17 नवंबर तक टेंडर पेपर जमा किये जा सकेंगे.
रोप लाइटों को रस्सी की तरह डिजाइन किया जाता है. सफेद, नीली और लाल रंग की इन लाइटों को आसानी से पूरे बिजली के खंभे पर लपेटा जा सकता है. रांची नगर निगम ने जिन सड़कों के किनारे रोप लाइट लगाने की योजना बनायी है, उनमें एयरपोर्ट से बिरसा चौक, रातू रोड होते हुए राजभवन, सर्कुलर रोड, बिरसा चौक से हिनू, मेन रोड होते हुए कचहरी चौक और राजभवन से बरियातू रोड होते हुए बूटी मोड़ तक लगाया जायेगा. निकला टेंडर, तीन को प्री-बिड मीटिंग, 17 तक जमा होंगे पेपर
मोमेंटम झारखंड के दौरान पहली बार लगी थीं रोप लाइटें :
तत्कालीन मुख्यमंत्री रघुवर दास ने जब राजधानी में मोमेंटम झारखंड का आयोजन किया था, तब भी राजधानी की प्रमुख सड़कों के किनारे बिजली के खंभों पर रोप लाइटें लगायी गयी थीं. लाइटों के लगने से रात में बाहर निकलने पर दीवाली का एहसास होता था. धीरे-धीरे लाइटें खराब होती गयीं और मरम्मत नहीं कराने के कारण बेकार हो गयीं.
भ्रष्ट अफसरों से होगी आरपार की लड़ाई : मेयर
नगर निगम के इंजीनियरिंग सेक्शन में भ्रष्टाचारियों की जड़ काफी गहरी हो गयी है. ये सड़क, नाली और पेवर्स ब्लाॅक लगाने के नाम पर बड़े-बड़े खेल कर रहे हैं. ऐसा लगता है कि इन भ्रष्टाचारियों को यहां बैठे बड़े अधिकारियों का संरक्षण मिला हुआ है. अब ऐसा नहीं होगा. इन भ्रष्टाचारियों के साथ आर-पार की लड़ाई होगी.
उक्त बातें मेयर आशा लकड़ा ने शनिवार को इंजीनियरिंग सेल के समीक्षा बैठक के बाद कही. मेयर ने कहा कि नगर निगम के इंजीनियरों का मनोबल इस कदर बढ़ा हुआ है कि इन्होंने 2.25 करोड़ का काम करने वाले ठेकेदार को 22.5 करोड़ का पेमेंट सर्टिफिकेट दे दिया.
जब हमने समीक्षा बैठक बुलायी, तो इस कार्य से जुड़े हुए चीफ इंजीनियर राजदेव सिंह, कार्यपालक अभियंता रमेश कुमार सिंह व गौतम सिन्हा बैठक में ही नहीं आये. ऐसे अफसरों पर कार्रवाई हो. इसके लिए नगर विकास सचिव और मुख्यमंत्री को पत्र लिख जायेगा. अगर इसके बाद भी कार्रवाई नहीं हुई, तो एसीबी से शिकायत की जायेगी.