कांके डैम और बड़ा तालाब के किनारे बने 90 भवन टूटेंगे, रांची नगर निगम ने मालिकों को भेजी नोटिस
इन सभी भवनों को तोड़ने का आदेश तत्कालीन नगर आयुक्त मुकेश कुमार द्वारा वर्ष 2021 में ही दिया गया था. लोग इसके विरोध में आरआरडीए ट्रिब्यूनल में चले गये थे.
रांची नगर निगम कांके डैम के किनारे बने 66 व बड़ा तालाब के किनारे बने 24 भवनों को तोड़ेगा. इस संबंध में सहायक नगर आयुक्त ज्योति कुमार सिंह ने आम सूचना जारी की है. सभी भवनों के मालिक (ओनर्स) को चेतावनी दी गयी है कि अगले 15 दिनों के अंदर भवन को स्वेच्छा से तोड़कर निगम को सूचित करें. अन्यथा निगम बलपूर्वक इन भवनों को तोड़ने की कार्रवाई करेगा. इन भवनों को तोड़ने के दौरान हुए खर्च की वसूली भी नगर निगम संबंधित मकान मालिक से ही वसूल करेगा.
नगर आयुक्त कोर्ट से वर्ष 2021 में भी तोड़ने का दिया गया था आदेश :
इन सभी भवनों को तोड़ने का आदेश तत्कालीन नगर आयुक्त मुकेश कुमार द्वारा वर्ष 2021 में ही दिया गया था. लेकिन नगर आयुक्त कोर्ट के आदेश के विरोध में लोग आरआरडीए ट्रिब्यूनल में चले गये थे. यहां निगम के कार्रवाई को सही ठहराते हुए सभी केस को वापस नगर आयुक्त कोर्ट भेज दिया गया.
इसके बाद अवैध भवनों को रेगुलराइज करने की चर्चा सरकार के स्तर से चली. इस पर निगम ने कार्रवाई रोक दिया. लेकिन हाल ही में हाइकोर्ट ने जब एक बार फिर से नदी, नालों डैम को अतिक्रमणमुक्त करने का आदेश दिया तो निगम ने सभी भवन मालिकों कोे फाइनल नोटिस जारी कर घर खाली करने का निर्देश दिया.
कांके डैम के अधिकतर घर आवासीय, तो बड़ा तालाब के अधिकतर घर व्यावसायिक :
नगर निगम द्वारा जिन घरों को तोड़ने का आदेश दिया गया है. उसमें कांके डैम के अधिकतर घर आवासीय हैं. वहीं बड़ा तालाब के अधिकतर मकान व्यावसायिक हैं. निगम के इस आदेश के संबंध में प्रभावितों ने कहा कि सरकार अवैध भवनों को रेगुलराइज करने के लिए एक्ट ला रही है. वहीं नगर निगम ऐसे भवनों को तोड़ने के लिए नोटिस भेज रहा है.
यह समझ से परे है. सरकार को इस पर गंभीरता से विचार कर जल्द से जल्द रेगुलराइजेशन एक्ट लाना चाहिए. ताकि हम अवैध भवनों का भी नियमितिकरण हो सके.
इनके भवनों को तोड़ने का आदेश
कांके डैम के किनारे बने
निरंजन मेहता, अल्ताफ हुसैन, सकलदेव सिंह, मधुसूदन सिंह, विद्यानंद सिंह, वेंकटेश्वर गुप्ता, नानो किशोर प्रसाद, कन्हैया लाल, सत्य प्रकाश सेठ, सुमंत सिंह, सुषमा पांडेय, उषा किरण-विनिता खन्ना, धर्मेंद्र कुमार, रमेश अग्रवाल, भवन शर्मा, जयनाथ गुप्ता, शिवपूजन शर्मा, कुंदन कुमार, विश्वनाथ ओझा, देवपूजन सिंह, उत्तम गोराय, ओमप्रकाश, सारो देवी, तारकेश्वर तिवारी, राजीव रंजन सिंह, सुमन सिंह, मृत्युंजय लाल, रिंकू देवी,
शशि पांडेय, बिंदु देवी, वीना देवी, ममता सिंह, भगत राज, पप्पू कुमार, जोगेंद्र शर्मा, विनोद पंडित, रितू देवी, बीरा उरांव, मनोज चौधरी, नवीन वर्मा, शीला देवी, सुमन देवी, सोनी देवी, सीता देवी, संतोष रवि, संतोष, नरेश प्रसाद, अंजू देवी, पिंकी देवी, जतन देवी, गायत्री देवी, ओमप्रकाश सिंह, इंदू देवी, मिथिलेश प्रसाद, नरेश विश्वकर्मा, गुड्डी शर्मा, संजय सिंह, गौतम सिंह, ज्ञानरंजन सिंह, जोगेंद्र सिंह, पूनम झा, अन्नू गुप्ता, अनिता देवी, अरुण गुप्ता, हैप्पी किंगर, इनफ्रेडेड प्राइवेट लीमिटेड.
बड़ा तालाब के किनारे बने
बंधु कच्छप व अमरजीत कच्छप, लेक व्यू कार वाशिंग सेंटर व कैपिटल जिम, झारखंड बंगाल रोडवेज, चिकेन रिटेल आउटलेट, अमम्द पॉल्ट्री, राजा पॉल्ट्री, शौकत अली, सना ट्रेडर मंजार मोसूद, वेस्पा अपरीला ऑटो प्लेक्स, यूनिवर्सल इंटरप्राइजेज, शरद कच्छप-ज्ञान कच्छप, फूल कच्छप-शंकर कच्छप, आरुष कच्छप-आरुस होटल, मो इरफान, मो सम्मुद्दीन, मो ताहा, मो शाहनवाज ऑप्टीकल, यतेंद्रनाथ सिंह, विनोद गुप्ता, मंटू कुमारी शर्मा माहिल उद्योग बाजार, अरुण कुमार महादेव टाइल्स, निखिल पोद्दार, प्रीति कुमारी व एमके उरांव.