Loading election data...

ठेकेदारों की मनमानी रोकेगा रांची नगर निगम, बस स्टैंडों व पार्किंग स्थल में मिलेगी ये सुविधा

रांची में नगर निगम के दो बस स्टैंड हैं. दोनों ही बस स्टैंडों से प्रतिदिन 750 बसों का आवागमन होता है. इन दोनों ही स्टैंडों का संचालन निगम निजी ठेकेदारों के माध्यम से करवाता है.

By Prabhat Khabar News Desk | November 30, 2022 10:14 AM

शहर के बस पड़ावों व पार्किंग स्थलों में ठेकेदारों की मनमानी रोकने के लिए रांची नगर निगम अब तकनीक का सहारा लेगा. इसके तहत रांची नगर निगम बस पड़ावों में फास्टैग लगायेगा. वहीं पार्किंग स्थलों पर इसके लिए क्यूआर कोड की मदद ली जायेगी. निगम ने यह कदम इसलिए उठाया है ताकि आम जनता की गाढ़ी कमाई ठेकेदार लूट न सके. ठेकेदार लोगों से उतने ही पैसे लें, जितना नगर निगम द्वारा निर्धारित किया गया है.

बस स्टैंड से होनी चाहिए प्रतिदिन 50 हजार वसूली, हो रहा आठ हजार का कलेक्शन :

वर्तमान में शहर में नगर निगम के दो बस स्टैंड हैं. दोनों ही बस स्टैंडों से प्रतिदिन 750 बसों का आवागमन होता है. इन दोनों ही स्टैंडों का संचालन निगम निजी ठेकेदारों के माध्यम से करवाता है. लेकिन वर्तमान में इनका संचालन निगम अपने कर्मियों से करवा रहा है.

यहां भी अवैध वसूली जोरों पर है. जिस स्टैंड से प्रतिदिन 50 हजार वसूली होनी चाहिए, वहां से कभी पांच तो कभी आठ हजार रुपये टैक्स का कलेक्शन किया जा रहा है. इसे देखते हुए अब इन स्टैंडों पर फास्टैग लगाकर वाहनों से शुल्क वसूली की तैयारी है. फास्टैग लगाये जाने के लिए अपर नगर आयुक्त कुंवर सिंह पाहन द्वारा बाजार शाखा के प्रभारी सिटी मैनेजर रोबिन को दिशा-निर्देश दिया गया है.

पार्किंग स्थलों में रखना होगा क्यूआर कोड :

पार्किंग स्थलों में भी ठेकेदार के लोग आम लोगों से दोगुने शुल्क की वसूली करते हैं. इसे देखते हुए अब ऑनलाइन मोड में शुल्क लेने का निर्देश दिया गया है. अब स्टैंड में पार्किंग शुल्क वसूल रहे ठेकेदार के लोगों को भी क्यूआर कोड रखना होगा, ताकि लोग स्कैन कर ऑनलाइन ही पैसे का भुगतान कर सकें. इसका एक फायदा यह होगा कि अगर ठेकेदार के लोग किसी से अधिक पैसे की वसूली करते हैं, तो संबंधित व्यक्ति प्रमाण के साथ इसे निगम में पेश कर सकेगा.

नगद भुगतान भी कर सकेंगे लोग:

अगर किसी व्यक्ति के पास मोबाइल फोन नहीं है और वह व्यक्ति ऑनलाइन ट्रांजेक्शन करना भी नहीं जानता हो, तो वह वहां तैनात कर्मी को नगद भुगतान कर सकता है.

Next Article

Exit mobile version