नगड़ी में मूर्ति विसर्जन के दौरान उपद्रव के शिकार हुए लोगों ने सुनायी पीड़ा, कहा- एक घंटे तक दहशत में जीते रहे
करीब एक घंटे से अधिक समय तक वह अपने परिवार के साथ दहशत में जीते रहे. विष्णु साहू ने बताया कि उपद्रवियों की योजना सुनियोजित थी. इसलिए उन लोगों ने अपनी छत पर पहले से ईंट जमा कर रखा था.
रांची: नगड़ी में शुक्रवार की रात मूर्ति विसर्जन के दौरान दो गुटों के बीच हुई पत्थरबाजी, तोड़-फोड़ और उपद्रव के शिकार लोगों ने शनिवार को अपनी आपबीती सुनायी. घटनास्थल के समीप रहने वाले अंडा कारोबारी विष्णु साहू ने बताया कि उपद्रव के दौरान वह अपने घर में थे. इस बीच अचानक लाइट चली गयी. इसके बाद उनके घर पर ईंट-पत्थर फेंके जाने लगे. इससे उनके घर का एस्बेस्टस टूट गया. कई जगहों पर एस्बेस्टस के टूट जाने से छेद हो गया. इससे उनके घर के अंदर पत्थर आने लगे. तब उनके परिवार के बच्चों को चौकी के नीचे छिपना पड़ा. विष्णु साहू के घर के समीप ही उनके भाई का भी घर है. उनके घर पर भी पत्थरबाजी की गयी. इस कारण उनका भी एस्बेस्टस टूट कर क्षतिग्रस्त हो गया.
करीब एक घंटे से अधिक समय तक वह अपने परिवार के साथ दहशत में जीते रहे. विष्णु साहू ने बताया कि उपद्रवियों की योजना सुनियोजित थी. इसलिए उन लोगों ने अपनी छत पर पहले से ईंट जमा कर रखा था. उन्होंने कहा कि पुलिस प्रशासन को फोन पर घटना की सूचना देने के बाद भी उनके घर में कोई देखने नहीं आया. विष्णु साहू से पूछा गया कि आपने थाना जाकर शिकायत क्यों नहीं दर्ज करायी. तब उन्होंने कहा कि अभी थाना जाना ठीक नहीं होगा, क्योंकि घटनास्थल के समीप उनका घर है. पुलिस उन पर भी संदेह करेगी कि आपने भी पत्थरबाजी की होगी और पुलिस पकड़कर थाना में बैठा लेगी. इसलिए वे थाना नहीं जाना चाहते हैं.
इधर, नगड़ी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में भी उपद्रवियों ने पत्थरबाजी कर अस्पताल में लगे शीशा को क्षतिग्रस्त कर दिया. अस्पताल के कर्मियों ने बताया कि अस्पताल के पीछे एक पतला रास्ता है. उपद्रवी इसी रास्ते से अस्पताल के समीप तक पहुंच गये थे. उपद्रवियों ने घटनास्थल पर स्थित एक धार्मिक स्थल पर भी पत्थरबाजी कर वहां का शीशा क्षतिग्रस्त कर दिया. एक अन्य घर में भी पत्थरबाजी कर खिड़की का शीशा तोड़ दिया गया है.