Jharkhand News, Ranchi News रांची : रिम्स में भर्ती कोरोना के गंभीर संक्रमितों के इलाज के लिए ‘पीएम केयर्स’ से मिला 40 वेंटिलेटर में तकनीकि गड़बड़ी है. किसी वेंटिलेटर में ट्यूब नहीं है, तो किसी में प्रेशर जेनरेट नहीं हो रहा है. ऐसे में बेकार वेंटिलेटर को न्यू ट्रॉमा सेंटर के स्टोर रूम में बंद कर दिया गया है.
तकनीकी रूप से खराब वेंटिलेटर की जानकारी रिम्स द्वारा स्वास्थ्य विभाग को करायी गयी थी, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई. रिम्स द्वारा अपने स्तर से निर्माता कंपनी के इंजीनियर को बुलाया गया, लेकिन वह भी ठीक नहीं कर पाये. ऐसे में प्रधानमंत्री की सीधी बातचीत में रिम्स द्वारा बताया गया कि पीएम केयर्स फंड से मिला वेंटिलेटर ठीक नहीं है. इसे ठीक करा दिया जाये, ताकि गंभीर संक्रमितों की जान बचायी जा सके.
गौरतलब है कि एक महीना पहले जब कोरोना की दूसरी लहर तेज हो गयी थी और गंभीर संक्रमितों में वेंटिलेटर की जरूरत पड़ रही थी, उस समय पीएम केयर फंड से रिम्स को 104 वेंटिलेटर दिये गये थे. विशेषज्ञ डॉक्टरों द्वारा जांच में 64 वेंटिलेटर ठीक पाया गया था, जिसका उपयोग हो रहा था. अन्य वेंटिलेटर को स्टोर में रख कर छोड़ दिया गया.
पीएम केयर्स से 104 वेंटिलेटर मिले थे. इनमें से 40 में तकनीकी रूप से हल्की गड़बड़ी है, जिसे आसानी से दूर किया जा सकता है. मशीन को खराब नहीं कहा जा सकता है. उम्मीद है इन्हें जल्द ही दुरुस्त कर लिया जायेगा.
– प्रदीप भट्टाचार्या, क्रिटिकल केयर विशेषज्ञ
Posted By : Sameer Oraon