Political news : झारखंड में एक हजार नये प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र खोले जायेंगे : स्वास्थ्य मंत्री
झासा दंत संवर्ग के राज्य स्तरीय सम्मेलन में स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि पीएचसी में विभिन्न बीमारियों के साथ-साथ दांत के इलाज की भी सुविधा मिलेगी. आयुष्मान योजना में शामिल होंगी डेंटल सेवाएं. डॉक्टर होंगे नियुक्त.
रांची. स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी ने कहा कि राज्य में एक हजार नये प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) खोले जायेंगे. यहां विभिन्न बीमारियों के साथ-साथ दांत के इलाज की भी सुविधा मिलेगी. आयुष्मान भारत योजना में डेंटल की सेवाएं भी शामिल की जायेंगी. इसके लिए दांत के डॉक्टरों के साथ-साथ दांत का प्रशिक्षण प्राप्त नर्स की नियुक्ति की जायेगी. मंत्री शनिवार को आइएमए भवन रांची में आयोजित झासा दंत संवर्ग के राज्य स्तरीय सम्मेलन में बोल रहे थे. उन्होंने कहा कि राज्य के सभी सरकारी डेंटल सेटअप को अत्याधुनिक किया जायेगा. उपकरणों और सुविधाओं को इसे जोड़ा जायेगा, जिससे मरीजों को अन्य सेंटर पर जाने की जरूरत नहीं पड़े.
डॉक्टराें की भर्ती के लिए डीएसीपी का प्रावधान किया जायेगा
एनएचएम में कार्यरत डेंटल सर्जन की वेतन वृद्धि की जायेगी. राज्य में जल्द ही रिम्स-टू की स्थापना की जायेगी. इससे स्वास्थ्य व्यवस्था में ऐतिहासिक बदलाव आयेगा. डॉक्टराें की भर्ती के लिए डीएसीपी का प्रावधान किया जायेगा. एमडीएस कैडर के विशेषज्ञ डॉक्टरों को प्राथमिकता के आधार पर सरकारी चिकित्सा सेवा से जोड़ा जायेगा. पाकुड़ जिला के सदर अस्पताल में एडवांस डेंटल क्लिनिक को मॉडल के रूप में स्थापित किया गया है. इस मॉडल काे सभी अस्पतालों में अपनाया जायेगा. सम्मेलन में डॉ शरद कुमार ने कहा कि दांत के डॉक्टरों की पदोन्नति की प्रक्रिया अंतिम चरण में है. झासा के अध्यक्ष डॉ मृत्युंजय सिंह ने कहा कि सिविल सर्जन को उनके अधिकार से अलग रखा गया है, सरकार उनके अधिकारों को बढ़ाये. सम्मेलन में आइएमए के पूर्व उपाध्यक्ष डॉ अजय कुमार सिंह, झासा अध्यक्ष डॉ पीपी साह, रांची सिविल सर्जन डॉ प्रभात कुमार, झासा के अध्यक्ष डॉ विमलेश सिंह सहित राज्यभर के सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों से करीब 150 दंत चिकित्सा पदाधिकारी शामिल हुए.
डॉक्टरों को मिलेगी सुरक्षा, बेझिझक करें सेवा
स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी ने कहा कि राज्य के डॉक्टरों को पूरी सुरक्षा मुहैया करायी जायेगी. डॉक्टर बेझिझक सेवा दें. फरवरी के बाद स्वास्थ्य क्षेत्र में बड़े बदलाव देखने को मिलेंगे. वह स्वयं डॉक्टर हैं और मंत्री के रूप में कार्य कर रहे हैं. इसलिए प्रदेश की स्वास्थ्य व्यवस्था को सुदृढ़ और बेहतर बनाया जायेगा. इसके लिए उन्होंने डॉक्टरों से पूरा सहयोग करने का आग्रह किया. उन्होंने कहा कि डॉक्टरों को प्रशिक्षित करने के लिए विभागीय स्तर पर ऐसे आयोजन किये जायेंगे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है