Coronavirus Update : झारखंड के रांची रेलवे अस्पताल में 50 बिस्तरों वाला आइसोलेशन वार्ड खुला
ranchi railway hospital starts 50 bed isolation ward to fight with coronavirus. दक्षिण पूर्वी रेलवे (South Eastern Railway) ने कोरोना वायरस (Coronavirus) के मद्देनजर रांची रेल मंडल अस्पताल में 50 बिस्तरों वाला अलगाव वार्ड तैयार किया है. अधिकारियों ने रविवार को यह जानकारी दी. ranchi railway hospital starts 50 bed isolation ward to fight coronavirus pandemic
रांची/हावड़ा : दक्षिण पूर्वी रेलवे (South Eastern Railway) ने कोरोना वायरस (Coronavirus) के मद्देनजर रांची रेल मंडल अस्पताल में 50 बिस्तरों वाला अलगाव वार्ड तैयार किया है. अधिकारियों ने रविवार को यह जानकारी दी.
एसइआर (SER) ने एक बयान में बताया कि 50 बिस्तरों वाले अलगाव वार्ड (Isolation Ward) के अलावा अस्पताल में एक आपात दल को तैनात किया गया है, जो चौबीसों घंटे सेवाएं देगा. उसने बताया कि एसइआर के सफाई कर्मचारी प्रमुख रेलवे स्टेशनों पर लोगों के संपर्क में आने वाली दरवाजे के हैंडल, वॉशबेसिन और मेजों जैसी चीजों को नियमित अंतराल में सैनिटाइज कर रहे हैं.
एसइआर के रांची रेलवे मंडल में 45 रेलवे स्टेशन हैं. एसइआर के सीपीआरओ संजय घोष ने बताया कि प्रमुख स्टेशनों और रेलवे जोन की लोकल ट्रेनों के डिब्बों में कोविड-19 (COVID-19) के बारे में जागरूकता अभियान भी चलाया जा रहा है.
उल्लेखनीय है कि इससे पहले पूर्व मध्य रेलवे (Eastern Central Railway) ने कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए एयरकंडीशंड कोच से पर्दा हटाने की घोषणा की थी. ईसीआर (ECR) के जीएम एलसी त्रिवेदी ने कहा था कि धनबाद रेल मंडल सहित ईस्टर्न सेंट्रल रेलवे (ECR) के सभी पांच डिवीजन से चलने वाले मेल एक्सप्रेस ट्रेन के एसी बोगी में लगे पर्दे को हटा दिया जायेगा.
उन्होंने कहा था कि रेलवे का मानना है कि सभी यात्री पर्दे को छूते हैं, जिसकी वजह से कोरोना वायरस के फैलने का खतरा है. श्री त्रिवेदी ने कहा था कि उन्होंने धनबाद रेल मंडल सहित पांचों रेल मंडल से खुलने वाली मेल एक्सप्रेस ट्रेन के एसी बोगी में लगे पर्दों को हटाने का निर्देश जारी कर दिया है. स्थिति सामान्य होने के बाद यह फिर से लगाया जायेगा.
यहां बताना प्रासंगिक होगा कि चीन से फैला यह जानलेवा संक्रमण दुनिया के 70 से अधिक देशों को अपनी चपेट में ले चुका है. भारत में भी कोरोना वायरस के कई संदिग्ध मिले हैं. हालांकि, किसी भारतीय के संक्रमित होने की पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन विदेशों से आये तीन लोगों की इस संक्रमण से मौत हो चुकी है.
भारतीय रेलवे देश की सबसे बड़ी परिवहन व्यवस्था है. हर दिन लाखों लोग ट्रेन से यात्रा करते हैं. कोरोना वायरस से संक्रमित एक भी रेल यात्री लाखों लोगों को संक्रमित कर सकता है. इसलिए रेलवे ने एहतियातन कई कदम उठाये हैं. ट्रेन के डिब्बों से पर्दे हटाना और रेलवे अस्पताल में आइसोलेशन वार्ड की व्यवस्था ऐसे ही कदम हैं.