रांची. स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी ने शुक्रवार को स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा की. इस दौरान उन्होंने कहा कि डॉक्टर के रूप में स्वास्थ्य मंत्री राज्य को मिला है. इसलिए स्वास्थ्य सेवा में किसी प्रकार की कोताही बर्दाश्त नहीं की जायेगी. जो अधिकारी अच्छा काम करेंगे, उनको इनाम मिलेगा. वहीं, जो लापरवाही से काम करेंगे, उनपर सख्त कार्रवाई की जायेगी. विभाग नयी सोच के साथ काम करेगा. झारखंड की स्वास्थ्य सेवा को बेहतर बनाने का हर संभव प्रयास किया जायेगा.
200 अस्पताल प्रबंधकों की नियुक्ति की जायेगी
मंत्री ने कहा कि झारखंड में एक हजार करोड़ की लागत से रिम्स-टू का निर्माण किया जायेगा. यह अस्पताल न केवल महानगरों की तर्ज पर होगा, बल्कि झारखंड के इस मॉडल से महानगर के अस्पताल भी प्रेरित होंगे. ग्रामीण इलाकों में स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचे, इसके लिए राज्यभर में एक हजार प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बनाये जायेंगे. वहीं, सेवाओं की निगरानी के लिए 200 अस्पताल प्रबंधकों की नियुक्ति की जायेगी. जामताड़ा में मेडिकल कॉलेज के निर्माण का रास्ता साफ हो चुका है. शीघ्र ही रांची से एक टीम स्थल निरीक्षण के लिए वहां जायेगी. वर्तमान में स्वास्थ्य विभाग केवल कागजों तक सीमित नजर आ रहा है, जिसमें शीघ्र बदलाव होगा. कागजों से निकलकर सभी काम जमीन पर दिखायी देंगे. बैठक में सभी सिविल सर्जन और स्वास्थ्य अधिकारी उपस्थित थे.
जो फैसले लिये गये
निजी अस्पताल मरीज की मौत के बाद शव नहीं रोकें, अगर मामला आया तो कार्रवाई होगी.
राज्य के सभी सदर अस्पताल होंगे आधुनिक, स्वास्थ्य सुविधाओं का होगा अपग्रेडेशनहर जिले में मॉड्यूलर ऑपरेशन थिएटर स्थापित किये जायेंगेप्रत्येक सरकारी अस्पताल में एमआरआइ व सीटी स्कैन मशीनों की खरीद प्रक्रिया शुरू होगीझारखंड में मोहल्ला क्लीनिक नहीं, आधुनिक स्वास्थ्य सुविधाओं पर होगा जोर
शाम में भी ओपीडी की सुविधा मिलेगी, डॉक्टर दो शिफ्ट में करेंगे मरीजों का इलाजहर अस्पताल में पर्याप्त डॉक्टर नियुक्त होंगे, प्राइवेट डॉक्टर भी किये जायेंगे शामिलवर्तमान एजेंसियों को किया गया रद्द, 10 दिनों के अंदर नयी एजेंसी का होगा चयन
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