रांची : नये साल में रिम्स को मिलेंगे न्यूराे सर्जरी विंग, आश्रय गृह और सीबीआरएन सेंटर
न्यूरो सर्जरी विंग शुरू होने से भर्ती मरीजों को बेड मिलेगा और आश्रय गृह से मरीज के परिजनों को रहने की सुविधा मिलेगी. वहीं, सीबीआरएन सेंटर से क्लिनिकल, बायोलॉजिकल, रेडियोलॉजिकल एंड न्यूक्लियर इमरजेंसी जैसी आपदा से निबटने के लिए राज्य आत्मनिर्भर होगा.
रांची : रिम्स में नये साल में कई नयी सुविधाएं शुरू होंगी. जो सेवाएं वर्ष 2023 में पूरी नहीं हो पायीं, उन सेवाओं के नये साल में शुरू होने की उम्मीद है. इसमें 50 बेड का न्यूरो सर्जरी विंग, 310 बेड का आश्रय गृह और 50 बेड का सीबीआरएन सेंटर (क्लिनिकल, बायोलॉजिकल, रेडियोलॉजिकल एंड न्यूक्लियर इमरजेंसी) शामिल है. न्यूरो सर्जरी विंग शुरू होने से भर्ती मरीजों को बेड मिलेगा और आश्रय गृह से मरीज के परिजनों को रहने की सुविधा मिलेगी. वहीं, सीबीआरएन सेंटर से क्लिनिकल, बायोलॉजिकल, रेडियोलॉजिकल एंड न्यूक्लियर इमरजेंसी जैसी आपदा से निबटने के लिए राज्य आत्मनिर्भर होगा. न्यूरो सर्जरी का अतिरिक्त विंग अंतिम चरण में है. आश्रय गृह हैंडओवर की स्थिति में है. वहीं, सीबीआरएस सेंटर के लिए स्थान का चयन हो गया है, बस सरकार से फंड का इंतजार है.
ये सेवाएं भी लेंगी मूर्त रूप
रिम्स के लिए वर्ष 2024 अहम होगा. क्योंकि, रिम्स की जमीन जो डीआइजी मैदान के नाम से जानी जाती है, वहां ओपीडी ब्लॉक, इंडोर विंग, सुपर स्पेशियालिटी का एक्सटेंशन विंग और रिम्स कैंटीन का निर्माण होगा. इसका फायदा मरीजों को मिलेगा. इसके अलावा 50 बेड का ट्रॉमा भवन व रिम्स इंडोर स्टेडियम भी अस्तित्व में आ जायेगा.
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