रांची की सड़क जाम ने लोगों का पैदल चलना भी किया मुश्किल, समस्या से निबटने में प्रशासन के छूट रहे पसीने
राजधानी के हर चौक पर ऑटो व ई-रिक्शा के अवैध स्टैंड बना दिये गये हैं. जिस कारण हर सड़क पर जाम लगता है. अब तो बाइलेन में ई-रिक्शा का अवैध स्टैंड बन गया है.
राजधानी में जाम के जंजाल ने लोगों का जीना मुश्किल कर दिया है. इस समस्या ने हर वर्ग को प्रभावित कर रखा है. अगर कोई बरियातू से एचइसी जाने की बात करे, तो उसका कम से कम आधे घंटे से ज्यादा का समय जाम से निबटने में निकल जाता है. वैसे एक व्यक्ति का औसतन रोज लंबी दूरी तय करने में आधे घंटे का समय जाम में फंस कर बर्बाद हो जा रहा है. जाम की समस्या से निबटने में पुलिस और प्रशासन के पसीने छूट रहे हैं. राजधानी की यातायात पूरे साल अव्यवस्थित नजर आती है.
फुटपाथ पर अवैध स्टैंड बना
राजधानी में फुटपाथ पर इ-रिक्शा और ऑटोवालों ने अवैध स्टैंड बना लिया है. इससे वाहनों के साथ-साथ लोगों को चलने में परेशानी होती है. जाम की समस्या बढ़ जाती है.
अतिक्रमण ने रोकी रफ्तार
राजधानी में मेन रोड, रातू रोड, लालपुर, डंगरा टोली चौक, कांटाटोली सहित सभी जगहों पर ठेलावालों और सब्जी विक्रेताओं ने सड़कों पर अतिक्रमण कर रखा है.
रातू रोड में जाम का झाम
रातू रोड, आइटीआइ, पिस्का मोड़, नगड़ी और मांडर जाने वाले लोग हमेशा जाम से परेशान रहते हैं. किशोरी यादव चौक, पिस्कामोड़ चौक, न्यू मार्केट चौक व कांके रोड जानेवाले चौक पर ऑटो के अवैध स्टैंड बने हुए हैं, इस कारण हमेशा जाम लगा रहता है. रातू रोड फ्लाइओवर निर्माण के कारण भी मुश्किलें बढ़ी हैं.
अवैध पार्किंग व स्टैंड से बढ़ी समस्या
राजधानी के हर चौक पर ऑटो व ई-रिक्शा के अवैध स्टैंड बना दिये गये हैं. जिस कारण हर सड़क पर जाम लगता है. अब तो बाइलेन में ई-रिक्शा का अवैध स्टैंड बन गया है. चडरी, कोकर के तिरिल से रिम्स जाने वाले रोड में शिव मंदिर के पास और रिम्स के ट्रॉमा सेंटर के आगे, सर्जना चौक से आगे लालजी-हीरजी रोड में, चर्च रोड में, डेली मार्केट के पास, एकरा मसजिद के पास,सुजाता चौक के पास , रेडिशन ब्लू होटल के पास, अरगोड़ा चौक के पास सहित कई स्थानों पर ई-रिक्शा का अवैध स्टैंड बना दिया गया है.
चौक चौराहों पर अवैध स्टैंड और पार्किंग:
शहर के चौक चौराहों पर ऑटो व इ-रिक्शा के अवैध स्टैंड बन चुके हैं. वहीं दोपहिया और चार पहिया के साथ हर मॉल के पास ग्राहकों के वाहनों की अवैध पार्किंग के कारण जाम लग जाता है.
हिनू-धुर्वा जाना मुश्किल
राजेंद्र चौक से लेकर जैप ग्राउंड तक और हिनू-धुर्वा की ओर से आने के दौरान मेकन से लेकर राजेंद्र चौक तक हमेशा जाम लगता है. ऐसी स्थिति होती है कि इस ओर चार पहिया लेकर कोई चालक जाना नहीं चाहता है. मेकन की ओर से कडरू ब्रिज होकर अरगोड़ा की ओर जाने वाले वाहनों को भी परेशानी होती है और कडरू रोड में भी प्रत्येक दिन जाम रहता है.
चालान काटने में व्यस्त रहती है ट्रैफिक पुलिस
ट्रैफिक संभालने की जगह हर चौक में तैनात ट्रैफिक पुलिस कर्मी अवैध वसूली व चालान काटने में लगे रहते है़ं ट्रैफिक मैनेजमेंट पर कम ध्यान रहता है. जिससे समय-समय पर जाम लगता रहता है.
कांटाटोली में रोज लगता है जाम
नामकुम, कोकर, लालपुर और बहू बाजार से कांटाटोली चौक आनेवाले वाहन रोज जाम में फंसते हैं. शहर के बीच में होने से वाहन चालकों को कांटाटोली चौक से होकर गुजरना ही पड़ता है. कांटाटोली फ्लाई ओवर निर्माण किये जाने से भी यातायात लगातार अस्थायी तौर पर प्रभावित होती रही है.डंगरा टोली से बहू बाजार जाने वाले चालकों को न चाहते हुए भी इस रोड का प्रयोग करना पड़ता है. सुबह नौ बजे से दिन के 12 बजे तक व दोपहर में चार बजे से छह बजे तक इस रोड की स्थिति जाम के कारण बद से बदतर हो जाती है.
ट्रैफिक पुलिस भी उस जाम को नहीं संभाल पाती और लोग जाम के कारण ठंडा के दिन में भी पसीने-पसीने हो जाते है़ं कोकर रोड मंगल टॉवर से लेकर बहू बाजार चौक तक हमेशा जाम रहता है. इससे लोगों को परेशानी होती है. कई बार कांटाटोली चौक में जाम से निजात के लिए ट्रैफिक एसपी स्तर के अधिकारियों के द्वारा योजना बनायी गयी है, लेकिन उक्त योजना कुछ दिन के बाद टांय-टांय फिस्स हो जाती है़ प्रभारी ट्रैफिक एसपी नौशाद आलम ने वर्ष 2023 के अक्तूबर में कांटाटोली चौक पर लग रहे जाम को देखते हुए ऑटो चालकों को चौक से 50 मीटर की दूरी पर ऑटो लगाने का आदेश दिया था. इसके लिए ऑटो चालक संघ से बात कर उसे अमल पर लाने के लिए कहा गया था. कुछ दिन तो ऑटो चौक से 50 मीटर की दूरी पर लगाये गये, लेकिन फिर ऑटो के साथ सिटी बसवाले भी मनमानी करने लगे. चौक से सटा कर ऑटो व सिटी बस लगने लगी.
चार ट्रैफिक डीएसपी का भेजा गया था प्रस्ताव
पूर्व एसएसपी किशोर कौशल ने राजधानी में ट्रैफिक का अधिक दबाव होने के कारण राजधानी के लिए चार अतिरिक्त ट्रैफिक डीएसपी का प्रस्ताव मुख्यालय को भेजा था. इसके अलावा पूर्व ट्रैफिक एसपी हारिस बिन जमां ने दो ट्रैफिक थाना पंडरा व खेलगांव में खोलने का भी प्रस्ताव दिया था. उन प्रस्तावों पर मुहर लग जाने के बाद ट्रैफिक जाम से काफी हद तक निजात मिल जायेगी.
फिलहाल 550 ट्रैफिक पुलिस हैं राजधानी में
राजधानी में वर्तमान में दो डीएसपी, चार इंस्पेक्टर, दारोगा व एएसआइ मिलाकर 550 ट्रैफिक पुलिसकर्मी हैं. उनमें 140 जैप की महिला बटालियन व 100 होमगार्ड के जवान (महिला व पुरुष मिलाकर) भी शामिल हैं. होमगार्ड के जवानों को कुछ दिन पहले ही शामिल किया गया है. होमगार्ड की महिला सहित अन्य जवानों को पुलिस लाइन में ट्रेनिंग के बाद चौक पर तैनात भी कर दिया गया है.