सदर अस्पताल में नीट पीजी के माध्यम से डिप्लोमेट ऑफ नेशनल बोर्ड (डीएनबी) की चार सीटों पर नामांकन होगा. दो सीट प्राइमरी डीएनबी और दो सीट सेकेंडरी डीएनबी के लिए आवंटित है. प्राइमरी डीएनबी तीन साल का है, जिसमें एमबीबीएस के बाद नामांकन होगा. इस कोर्स में नामांकन इसी साल से लिया जा सकता है. वहीं, सेकेंडरी डीएनबी में नामांकन डीजीओ के बाद लिया जा सकता है.
अस्पताल की स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ डॉ समरीना कमाल ने बताया कि डीएनबी कोर्स में फायदा यह है कि इसमें बांड नहीं भरना पड़ता है, जबकि एमएस और एमडी में बांड भरना पड़ता है. कॉलेज छोड़ने पर बांड के हिसाब से जुर्माना भरना पड़ता है. डीएनबी कोर्स का फायदा यह है कि विद्यार्थी विदेश में भी सेवा दे सकते हैं. वहीं, एमएस और एमडी का कोर्स करने के बाद सिर्फ भारत में ही सेवा दी जा सकती है.
सदर अस्पताल में कोर्स की पढ़ाई करने के लिए डाॅ समरीना कमाल, डॉ किरण कुमारी चंदेल, डाॅ रश्मि सिंह, डॉ वंदिता और डॉ विनिता जया एक्का फैकल्टी में शामिल हैं. वहीं, मनिपाल मेडिकल कॉलेज की फैकल्टी भी विद्यार्थियों को पढ़ाने के लिए आयेंगी. राज्य में नीट पीजी के दूसरे राउंड की काउंसेलिंग शुरू हो गयी है, जिससे राज्य के विद्यार्थी इसमें नामांकन ले सकते हैं.