रांची. आदिवासी कल्याण आयुक्त अजय नाथ झा ने कहा है कि शैक्षणिक सत्र 2023-24 के लिए लगभग 40 लाख एसटी-एससी विद्यार्थियों को प्री मैट्रिक और पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति प्रदान कर दी गयी है. वर्ष 2024 में दो चुनाव (लोकसभा और विधानसभा) होने के बावजूद यह राशि विद्यार्थियों के खाते में हस्तांतरित की गयी है. राज्य में 35,09,863 विद्यार्थियों को प्री मैट्रिक व 4,89,765 छात्र-छात्राओं को पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति दी जा चुकी है. शैक्षणिक सत्र 2024-25 के लिए भी 18,08,878 छात्र-छात्राओं को प्री-मैट्रिक छात्रवृत्ति दी गयी है. कल्याण आयुक्त ने शनिवार को सोशल मीडिया एकाउंट पर पोस्ट कर ई-कल्याण छात्रवृत्ति के तथ्यों की जानकारी साझा की है.
छात्रवृत्ति वितरण को नियमित करने का हो रहा प्रयास
उन्होंने कहा है कि वित्तीय वर्ष 2023-24 में पिछड़ा वर्ग के लगभग 91,000 विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति का भुगतान करना शेष है. इसके लिए कल्याण विभाग द्वारा 157 करोड़ रुपये उपलब्ध कराने के लिए विभागीय मंत्री का अनुमोदन लिया जा रहा है. श्री झा ने कहा है कि वित्तीय वर्ष 2022-23 में पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति प्रदान करने के लिए ई कल्याण पोर्टल नहीं खुला था. इसी तरह प्री मैट्रिक छात्रवृत्ति का भुगतान भी दिसंबर 2022 से ही शुरू हुआ. इस वजह से ई-कल्याण एक शैक्षणिक सत्र पीछे हो गया था. वर्ष 2023-24 और 2024-25 में छात्रवृत्ति वितरण को पूरी तरह नियमित करने का प्रयास किया जा रहा है.
विद्यालयों से 28 लाख आवेदन आये
उन्होंने कहा कि प्री-मैट्रिक के लिए वित्तीय वर्ष 2024-25 में विद्यालयों से लगभग 28 लाख आवेदन आये हैं. इनमें से 18,08,878 छात्र-छात्राओं को छात्रवृत्ति दी जा चुकी है. प्री मैट्रिक छात्रवृत्ति के लिए आवंटित राशि जिलों को उपलब्ध करा दी गयी है. जिलों को शैक्षणिक सत्र 2024-25 की समाप्ति से पहले प्राप्त होने वाले आवेदनों का संपूर्ण भुगतान सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया है. श्री झा ने कहा है कि छात्रवृत्ति के अलावा विभाग की अन्य योजनाओं में भी आवंटन की कोई कमी नहीं है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है