रांची : रांची-नयी दिल्ली राजधानी ट्रेन जल्द ही लोहरदगा-टोरी लाइन पर चलेगी. इसकी तैयारी रेलवे द्वारा की जा रही है. इसको लेकर 132 केवी डीसी टू फेज नयी ट्रांसमिशन लाइन को लगाने का कार्य सोमवार को पूरा हो गया. साथ ही लोहरदगा ग्रिड सब स्टेशन से रेलवे के लिए बनाये गये लोहरदगा ट्रैक्शन सब स्टेशन से विद्युत प्रवाहित कर इसे चार्ज कर दिया गया.
संचरण निगम के अधिकारी ने बताया कि रेलवे से एग्रीमेंट और मीटरिंग कार्य पूरा होने के बाद जल्द ही इस पर आगे निर्णय लिया जायेगा. संभवत: अगले महीने यह ट्रैक हाइ स्पीड ट्रेनों के परिचालन के लिए पूरी तरह से तैयार हो जायेगी.
मालूम हो कि फिलहाल राजधानी ट्रेन का परिचालन मुरी, बरकाकाना तथा बोकारो रूट से होकर होता है. इस संबंध में सीपीआरओ नीरज कुमार ने कहा कि नयी ट्रांसमिशन लाइन लगाने का काम पूरा हो गया है. इस लाइन के बनने से पैसेंजर, एक्सप्रेस, मालगाड़ी को यूपी, दिल्ली जाने में काफी कम समय लगेगा. ज्ञात हो कि राजधानी ट्रेन को लोहरदगा के रास्ते चलाने की मांग लंबे समय से हो रही है. सांसद संजय सेठ भी रेल मंत्री पीयूष गोयल से मिल कर रांची राजधानी को लोहरदगा-टोरी होकर चलाने की मांग कर चुके हैं.
लो वोल्टेज की हमेशा शिकायत रहती थी : नयी लाइन के निर्माण पर साल 2018 से ही काम चल रहा था. इस स्पेशल रूट के लिये लोहरदगा ग्रिड से इस नये टीएसएस तक पांच किलोमीटर की ट्रांसमिशन लाइन बिछायी गयी.
दोनों विद्युत केंद्रों के बीच 17 बड़े टावर लगाये गये. अभी तक इस रूट की ट्रैक्शन लाइन के लिए रांची और लातेहार से बिजली सप्लाई मिलती थी. सिंगल सर्किट लाइन होने के कारण यहां लो वोल्टेज की हमेशा शिकायत बनी रहती थी. इस कारण राजधानी को इस रूट से चलाने में बिजली एक बड़ी समस्या बनी हुई थी.
इस रूट पर राजधानी के चलने से दिल्ली जाने में यात्रियों को करीब तीन घंटे कम लगेंगे. रांची से दिल्ली की दूरी 150 से 200 किलोमीटर कम हो जायेगी. माल ढुलाई में भी बचत होगी. इसके अलावा गढ़वा, पलामू व लातेहार जिले सहित अन्य क्षेत्रों के लोग रांची से सीधे रेल लाइन से जुड़ जायेंगे.
posted by : sameer oraon