झारखंड में Vande Bharat Express पर ग्रहण! अभी और करना होगा इंतजार, जानें क्यों हो रही देरी

झारखंड में वंदे भारत एक्सप्रेस की शुरुआत जल्द ही होने वाली है. लेकिन अब जानकारी ऐसी है कि लोगों को और इंतजार करना पड़ सकता है. वंदे भारत एक्सप्रेस के आगमन से जुड़ी कोई भी आधिकारिक जानकारी निकलकर सामने नहीं आई है. ऐसे में यह कहना सही साबित नहीं हो रहा है कि वंदे भारत की शुरुआत जल्द होगी.

By Aditya kumar | April 27, 2023 12:56 PM
an image

Vande Bharat Express : झारखंड में वंदे भारत एक्सप्रेस की शुरुआत जल्द ही होने वाली है. लेकिन अब जानकारी ऐसी मिल रही है कि लोगों को इसके लिए इंतजार करना पड़ सकता है. खबरों की मानें तो वंदे भारत एक्सप्रेस के आगमन से जुड़ी कोई भी आधिकारिक जानकारी निकलकर सामने नहीं आई है. ऐसे में जो खबरें आ रही थी कि अप्रैल महीने के अंत में झारखंड की पटरी पर यह ट्रेन दौड़ेगी, वो सही साबित होती नजर नहीं आ रही है. 25 अप्रैल को वंदे भारत की शुरुआत होने का अंदेशा लगाया जा रहा था लेकिन, अब लगता है कि झारखंड का इंतजार अभी और लंबा है.

कब होगी झारखंड में वंदे भारत की शुरुआत ?

बताया जा रहा है कि झारखंड में इस ट्रेन की शुरुआत मई महीने में हो सकती है. खबरें ऐसी चल रही है कि इसके लिए झारखंड में तैयारियां शुरू भी कर दी गयी है और चालक दल सहित तमाम चीजों का अच्छे से ख्याल रखा जा रहा है. लेकिन जबतक रेलवे की तरफ से कोई आधिकारिक बयान निकलकर सामने नहीं आता है तबतक यह कहना मुश्किल होगा कि इस ट्रेन की शुरुआत झारखंड में कब से होगी.

रांची से पटना के लिए होगी यह ट्रेन

जानकारी हो कि झारखंड में रांची से खुलने वाली यह ट्रेन पटना के लिए रहेगी. हटिया से पटना के बीच की दूरी को करीब आधी कर देगी. ऐसे में लोगों को सहूलियत यह होगी कि कम समय में और आरामदायक सफर का लुफ्त लोग उठा पाएंगे. लेकिन, बढ़ते समय के साथ-साथ लोगों का इंतजार भी बढ़ता ही जा रहा है जिससे राज्यवासियों के मन में मायूसी नजर आ रही है.

पीएम मोदी आ सकते है रांची

हालांकि, कुछ दिन पहले ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को एक और वंदे भारत की सौगात दी. केरल दौरे के दौरान पीएम मोदी ने राज्य को वंदे भारत सौगात देते हुए हरी झंडी दिखायी. ऐसे में उम्मीदए झारखंड की और ज्यादा बढ़ी हुई है. साथ ही लोगों को उम्मीद यह भी है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद रांची आकर इस ट्रेन को हरी झंडी दिखाएंगे. अगर ऐसा संभव होता है कि राज्यवासियों की खुशी दोगुनी हो जाएगी.

Exit mobile version