रांची के रिम्स कैदी वार्ड से देर रात दो कैदी फरार, भागने वालों में एक उग्रवादी भी शामिल

राजधानी रांची के रिम्स कैदी वार्ड से हजारीबाग और गुमला से इलाज के लिए लाये गये दो कैदी फरार हो गए हैं. घटना देर रात 2.30 बजे के आसपास की है. प्राप्त जानकारी के अनुसार दोनों कैदी ग्रिल तोड़ कर भाग गए हैं. सूत्रों के मुताबिक भागने वाले दो कैदियों में एक उग्रवादी है.

By Rahul Kumar | October 16, 2022 12:33 PM
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Ranchi News: राजधानी रांची के रिम्स कैदी वार्ड से हजारीबाग और गुमला से इलाज के लिए लाये गये दो कैदी फरार हो गए हैं. घटना देर रात 2.30 बजे के आसपास की है. प्राप्त जानकारी के अनुसार दोनों कैदी ग्रिल तोड़ कर भाग गए हैं. सूत्रों के मुताबिक भागने वाले दो कैदियों में एक उग्रवादी है. मामले की जानकारी मिलते ही पुलिस हरकत में आ गयी है. रिम्स सूत्रों के मुताबिक जहां से कैदी फरार हुए हैं, वहां की ग्रिल कमजोर थी. उसे ही तोड़ कर दोनों इलाजरत कैदी भाग गए हैं.

गुमला से इलाज के लिए आया कैदी है उग्रवादी

रिम्स के कैदी वार्ड में इलाज के लिए दो कैदियों को लाया गया जो क्रमश: गुमला और हजारीबाग से हैं. फरार कैदियों में उग्रवादी अमित उरांव गुमला का रहने वाला है. वहीं हजारीबाग के कैदी का नाम मशरूर आलम खान है. गुमला जेल से उग्रवादी अमित उरांव और हजारीबाग से मशरूर आलम खान को इलाज के लिए रांची के रिम्स अस्पताल लाया गया था.

मेडिसिन के डॉक्टर कर रहे इलाज

रिम्स सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार दोनों को कैदी वार्ड में रख कर इलाज किया जा रहा था. इनका इलाज मेडिसिन के डॉक्टर कर रहे थे. उग्रवादी अमित को गुमला पुलिस ने गिरफ्तार किया था. मशरूर आलम खान को हजारीबाग पुलिस ने छेड़खानी के आरोप में गिरफ्तार किया था. दोनों के फरार होने की सूचना गुमला और हजारीबाग पुलिस को दे दी गयी है.

भाकपा माओवादी में रह चुका है अमित उरांव

बताते चलें कि अमित उरांव पहले भाकपा माओवादी में था. बाद में वह जेजेएमपी में शामिल हो गया. अमित हत्या, लूटपाट व लेवी मांगने के एक दर्जन मामलों में शामिल रहा है. बिशनपुर थाना कांड संख्या 34/20 का अभियुक्त रहा है अमित उरांव उर्फ भगत. इसके पिता का नाम पिता स्वर्गीय गुंदर उरांव ग्राम गुड़गांव थाना सेन्हा जिला लोहरदगा है. इसे बिशनपुर थाना के द्वारा दिनांक 26/ 12 /2020 को गिरफ्तार कर गुमला जेल भेजा गया था. जहां तबीयत खराब होने के बाद जेल के माध्यम से दिनांक 19/ 7/ 22 को गुमला हॉस्पिटल से बेहतर इलाज के लिए रांची रिम्स भेजा गया था.

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