रांची यूनिवर्सिटी के पास मार्कशीट छापने का कागज नहीं, 19 हजार विद्यार्थियों के भविष्य पर संकट

रांची विवि से यूजी सेमेस्टर-6 की परीक्षा पास कर चुके करीब 19 हजार विद्यार्थियों को अब तक मार्कशीट नहीं मिली है. यह समस्या इसलिए हो रही है, क्योंकि विवि में मार्कशीट का कागज ही उपलब्ध नहीं है. अब मार्कशीट नहीं मिलने की वजह से स्टूडेंट्स दूसरे विवि में नामांकन नहीं ले पा रहे हैं.

By Rahul Kumar | October 24, 2022 1:03 PM
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Ranchi University News: रांची विवि से यूजी सेमेस्टर-6 की परीक्षा पास कर चुके करीब 19 हजार विद्यार्थियों को अब तक मार्कशीट नहीं मिली है. जबकि, इनका रिजल्ट सितंबर में ही जारी हो चुका है. यह समस्या इसलिए हो रही है, क्योंकि विवि में मार्कशीट का कागज ही उपलब्ध नहीं है. चिंता की बात यह है कि मार्कशीट का इंतजार कर रहे इन विद्यार्थियों में कई को अपने ही विवि में पीजी में दाखिला लेना है, जबकि कई विद्यार्थी दिल्ली सहित अन्य राज्यों के विवि में पीजी व अन्य कोर्स में दाखिला लेना चाहते हैं.

संकट में विद्यार्थियों का भविष्य

रांची विवि के स्नातक सेमेस्टर-6 के विद्यार्थियों को पीजी के नये सत्र में नामांकन के लिए चांसलर पोर्टल में अप्लाई करना है, ये विद्यार्थी फिलहाल आवेदन भरने के लिए स्नातक की क्रॉस लिस्ट में दिये गये अंक का सहारा ले रहे हैं. डीएसडब्ल्यू डॉ राजकुमार शर्मा ने बताया कि क्रॉस लिस्ट के आधार पर नामांकन लिया जा रहा है. इससे कोई परेशानी नहीं हो रही है. वहीं, परीक्षा नियंत्रक डॉ आशीष कुमार झा ने बताया कि मार्कशीट तैयार करनेवाला पेपर नहीं है. इस कारण अब तक विद्यार्थियों को मार्कशीट नहीं मिल पायी है. हमारी कोशिश है कि जल्द विद्यार्थियों को मार्कशीट प्राप्त हो जाये. जिन विद्यार्थियों को दूसरे राज्य में जाकर नामांकन लेना है, वे मार्कशीट प्राप्त कर सकते हैं.

पीजी का नया सत्र भी पांच महीने पीछे

रांची विश्वविद्यालय में पीजी का नया सत्र (2022-24) पांच माह पीछे हो गया है. अगर समय से नामांकन होता, तो पीजी का नया सत्र जुलाई से शुरू हो जाता. लेकिन, पिछले सत्र से ही सेशन लेट चल रहा है. वर्तमान में पीजी में नामांकन की पहली सूची जारी की गयी है. जबकि, विद्यार्थी नामांकन के लिए पांच नवंबर तक आवेदन दे सकते हैं. नये सत्र की क्लास 15 नवंबर से शुरू हो सकती है. पीजी के नये सत्र में नामांकन की प्रक्रिया 10 अक्तूबर से शुरू हुई है. जबकि, जून से पहले शुरू हो जानी चाहिए थी. विश्वविद्यालय में पीजी के 30 विभाग और कॉलेजों में संचालित पीजी विभाग के लिए नामांकन प्रक्रिया शुरू की गयी है. रांची विवि के डीएसडब्ल्यू डॉ राजकुमार शर्मा ने कहा कि पीजी का सत्र पिछले वर्ष से ही लेट चल रहा है. वहीं, स्नातक फाइनल का रिजल्ट भी लेट से आया. इसके बाद नामांकन प्रक्रिया शुरू की गयी. हमारी कोशिश है कि 15 नवंबर से पीजी की क्लास शुरू कर दी जाये.

डीएसपीएमयू में नवंबर के प्रथम सप्ताह से शुरू हो जायेगी कक्षा

इधर, डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी विवि में पीजी के नये सत्र में नामांकन प्रक्रिया लगभग समाप्त हो चुकी है. यहां नवंबर के पहले सप्ताह से पीजी की क्लास शुरू करने की तैयारी है. विवि की ओर से स्नातक की क्लास भी सबसे पहले शुरू की गयी थी.

सत्र में देरी से आगे की पढ़ाई में होती है परेशानी

पीजी के सत्र में देरी से शोध करने वाले विद्यार्थियों को परेशानी का सामना करना पड़ता है. वहीं, सत्र को समय पर करने के लिए विवि को दो सेमेस्टर के समय अंतराल को कम करना पड़ता है. इससे विद्यार्थियों को पढ़ने का समय नहीं मिल पाता है. वहीं, देरी होने और रिजल्ट में समय लगने पर विद्यार्थी दूसरे विवि में पीएचडी प्रवेश परीक्षा के लिए आवेदन नहीं दे पाते हैं.

जमशेदपुर महिला विवि में पीएचडी प्रवेश परीक्षा की तैयारी शुरू

जमशेदपुर महिला विश्वविद्यालय में पीएचडी प्रवेश परीक्षा की तैयारी शुरू हो गयी है. यूजीसी की नियमावली के तहत परीक्षा होगी. कुलपति प्रो डॉ अंजिला गुप्ता की अध्यक्षता में पिछले दिनों हुई एकेडमिक काउंसिल और सिंडिकेट की बैठक में इस पर निर्णय लिया गया था. नेट, जेआरएफ उत्तीर्ण छात्राओं को प्रवेश परीक्षा से मुक्त रखा जा सकता है. वे सीधे साक्षात्कार में शामिल हो सकती हैं. हालांकि, सभी को आवेदन पत्र भरना होगा. विवि के प्रॉक्टर व पीआरओ डॉ अविनाश कुमार सिंह ने बताया कि कुलपति के आदेशानुसार कुलसचिव डॉ प्रभात कुमार सिंह ने समिति के गठन से संबंधित अधिसूचना जारी कर दी है. समिति प्रवेश परीक्षा का प्रारूप, तिथि व मानक संचालन की प्रक्रिया का प्रारूप तैयार करेगी. कुलपति ने समिति को 10 नवंबर तक रिपोर्ट जमा करने को कहा है, ताकि दिसंबर माह में परीक्षा करा ली जाये और जनवरी 2023 में नामांकन लेकर कोर्स शुरू कर लिया जाये.ऑटोनोमस काॅलेज के रूप में पहले से पंजीकृत शोध छात्राओं को यूनिवर्सिटी के अंतर्गत ऑब्जर्व कर लिया गया है.

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