रांची विवि के कुलपति डॉ अजीत कुमार सिन्हा ने एक वर्ष का कार्यकाल पूरा कर लिया है. उन्हें बुधवार को विवि खुलने पर विवि के अधिकारियों सहित कर्मचारियों ने बधाई दी. कुलपति ने कहा कि सबके साथ मिल कर चलने से ही रांची विवि विकास की ओर अग्रसर है. रांची विवि 30 पीजी रेगुलर कोर्स, 26 वोकेशनल कोर्स, 19 अंगीभूत कॉलेज, 18 संबद्ध कॉलेज, 12 तकनीकी संस्थान व प्रोफेशनल कॉलेज, 25 बीएड कॉलेज, 14 नर्सिंग कॉलेज और सत्र 2022-23 के तहत एक लाख 29 हजार 874 विद्यार्थियों के साथ तेजी से विकास कर रहा है.
डॉ सिन्हा ने कहा कि विवि में जेंडर ऑडिट कराया जा रहा है, जबकि परीक्षा विभाग को ऑटोमेटड किया गया है. वहीं नेशनल एकेडमिक डिपॉजिटरी में 382078 डिग्री अपलोड हो चुकी है. कुलपति ने बताया कि छात्राओं के लिए पिंक बस चलाने का प्रस्ताव है, जिसे पूरा किया जायेगा.
कुलपति ने कहा कि विवि ने नामांकन में सीयूइटी का माध्यम अपनाया है. विवि में नयी शिक्षा नीति के साथ यूजी प्रोग्राम में ई समर्थ योजना लागू की गयी. सभी कॉलेजों में चल रहे वोकेशनल कोर्स की नामांकन प्रक्रिया में एकरूपता लायी गयी. 16 नये स्किल बेस्ड वोकेशनल कोर्स शुरू हुए. विवि में पहली बार 41 एसआरसी खोले गये.
भौतिकी विभाग को सेंटर फॉर एक्सीलेंस बनाया गया. मास्टर इन सोशल वर्क, जापानी लैंग्वेज कोर्स, तीन वर्षीय एलएलबी, एग्जीक्यूटिव एमबीए जैसे महत्वपूर्ण कोर्स आरंभ किये गये हैं. कुलपति ने कहा कि छात्र हित में कई संस्थानों से एमओयू किये गये. केइएस सर्राफ कॉलेज मुंबई के साथ स्टूडेंट एक्सचेंज प्रोग्राम आरंभ किया गया. कैंपस में विकलांगों के लिए ई रिक्शा की व्यवस्था की गयी.