रांची : झारखंड की राजधानी रांची 10 जून को हुई हिंसा मामले में पुलिस ने 29 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है. इसमें दंगा को उकसाने, तोड़फोड़ व भड़काऊ पोस्ट करने के नवाब चिश्ती व मो जमील भी शामिल है. ये गिरफ्तारी डोरंडा पुलिस ने की. इन दोनों के साथ लोअर बाजार, डाेरंडा, कोतवाली, हिंदपीढ़ी व डेली मार्केट पुलिस ने अब तक 29 लोगों को गिरफ्तार किया है.
गिरफ्तार आरोपियों में रिम्स में भर्ती सात लोग भी शामिल हैं. कुछ लोगों काे निरोधात्मक कार्रवाई के तहत गिरफ्तार किया गया़ वहीं, कुछ लोगों को पीआर बांड पर छोड़ दिया गया़ जानकारी के अनुसार नवाब चिश्ती के खिलाफ पहले दंगा भड़काने व अन्य अपराध के मामले दर्ज हैं.
बताया जाता है कि उसका एक विधायक से भी मधुर संंबंध रहा है़ विधायक के साथ फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है़ 10 जून को हुए राजधानी में हिंसा की घटना के बाद रांची पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है़ चिश्ती पर सोशल मीडिया के जरिये उपद्रवियों को जमा करने और लोगों को भड़काने वाला पोस्ट करने का आरोप है.
इससे पहले रांची पुलिस ने नवाब चिश्ती के बारे में सूचना लेने के बाद सत्यापन किया. नवाब चिश्ती पर सोशल मीडिया पर भड़काऊ पाेस्ट भेज धार्मिक उन्माद अैर दंगा भड़काने का आरोप है़ उसे डोरंडा थाना कांड-227/ 2019 में भड़काऊ पोस्ट और दंगा भड़काने के साथ हिंदपीढ़ी थाना से भी दंगा भड़काने के आरोप में जेल भेजा गया था.
नवाब चिस्ती पर एकरा मस्जिद के पास चाकू से हमला कर विवेक श्रीवास्तव व दीपक पर चाकू से हमला करने का भी आरोप है. इस मामले में उसके साथ तबरेज अंसारी उर्फ शेरा को हिंदपीढ़ी पुलिस ने 31 जुलाई 2019 को गिरफ्तार कर जेल भेजा था. गत 10 जून की घटना में वह भीड़ के साथ था़ इधर सोमवार की देर रात चार थानों की पुलिस छापेमारी करने हिंदपीढ़ी क्षेत्र में गयी थी. पुलिस को देखते ही लाइट बंद कर लोगों ने धार्मिक नारे भी लगाये. इसके बाद पुलिस वापस लौट गयी.
हिंदपीढ़ी, लोअर बाजार, डोरंडा और डेली मार्केट थाना क्षेत्र से गिरफ्तार अरमान हुसैन, मो अमजद, मो शकील उर्फ कारू, मो रमजान, नवाब चिश्ती व जमील उर्फ फरदीन खान उर्फ जिम्मी को काेतवाली थाना से मंगलवार को जेल भेज दिया गया. इस दौरान वहां उनके महिला परिजन भी पहुंचे थे़ महिलाओं ने पुलिस के खिलाफ कई गंभीर आरोप लगाये. साथ ही गिरफ्तारी का विरोध किया.
Posted By: Sameer Oraon