रांची : स्वच्छ सर्वेक्षण 2020 में देश के 10 लाख से अधिक आबादी वाले 47 शहरों में रांची शहर को 30वां स्थान मिला है. वर्ष 2019 में हुए सर्वेक्षण में रांची शहर को 46वें स्थान से संतुष्ट होना पड़ा था. यानी इस वर्ष रांची शहर की रैंकिंग 16 पायदान ऊपर चढ़ी है. इस बार का सर्वेक्षण अलग-अलग मापदंडों पर आधारित था. इसमें 6000 अंक थे. इसमें रांची नगर निगम को 3431 अंक मिले. रांची नगर निगम को इस बार किसी भी श्रेणी में कोई आवार्ड नहीं मिल पाया. सर्वेक्षण में पूरे देश से 4242 शहरों ने भाग लिया था.
सर्वेक्षण में यहां पिछड़ा निगमकचरा निष्पदान के लिए मिला शून्य अंक : कचरा निष्पादन के लिए 1000 अंक निर्धारित किये गये थे. इसके तहत कचरा निष्पादन के लिए प्लांट लगाना जरूरी है. लेकिन प्लांट नहीं लगने के कारण इस श्रेणी में रांची नगर निगम को शून्य अंक मिला. वहीं ओडीएफ के 500 अंक में निगम को 300 अंक ही मिले. सिटीजन फीडबैक में भी पिछड़ा निगम : वर्ष 2018 में रांची नगर निगम को पूरे देश में बेस्ट सिटीजन फीडबैक का अवार्ड मिला था. लेकिन इस बार सिटीजन फीडबैक में रांची पिछड़ गयी.
इस श्रेणी में 1500 अंक में 1225 अंक ही मिले. इस वर्ष सिटीजन फिडबैक में रांची के 23 हजार लोगों ने शहर की स्वच्छता पर अपनी राय दी थी. कचरा नियमित नहीं उठने पर भी आधे नंबर मिले : पिछले साल की तरह इस बार रांची नगर निगम सर्विस प्रोगेस यानी डोर-टू-डोर कचरा उठाव, ट्रांसपोर्टेशन व प्रोसेसिंग से लेकर निष्पादन तक में पिछड़ गया. इस श्रेणी में कुल 1500 नंबर निर्धारित थे, लेकिन रांची को महज 628 ही मिले.
डायरेक्ट ऑब्जर्वेशन में मिले सबसे अधिक अंक : सर्वेक्षण में रांची को सबसे अधिक अंक डायरेक्ट ऑब्जर्वेशन से मिले. इसमें कुल निर्धारित अंक 1500 में से रांची को 1276 अंक मिले. सर्वेक्षण के दौरान केंद्र सरकार की टीम ने शहर के विभिन्न क्षेत्रों, मार्केट, शौचालय, सब्जी मंडी, बस स्टैंड व स्लम क्षेत्रों का स्पॉट वेरीफिकेशन किया था. इस कारण इस क्षेत्र में निगम को अच्छे अंक मिले.
पिछले बार रांची नगर निगम को 46वां रैंक मिला था. इस वर्ष रांची का स्थान 30 वां है. इस हिसाब से रांची ने अपने रैंकिंग में काफी सुधार किया है. आने वाले दिनों में शहर की सफाई व्यवस्स्था को और बेहतर किया जायेगा.आशा लकड़ा, मेयर रांची नगर निगम
Post by : Pritish Sahay